बांसवाड़ा. सांसद कनकमल कटारा ने बीटीपी को घेरते हुए कहा कि भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) की कोई विचारधारा नहीं है बल्कि वो अवसरवादियों का एक झुंड है, जो हमेशा अपने फायदे के लिए मौके की तलाश में रहते हैं. सांसद कनकमल कटारा ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत की. जिसमें उन्होंने बीटीपी को घेरते हुए कहा कि जातिवाद के सहारे इन लोगों ने चुनाव लड़ा और अन्य पार्टियों के वोटों के बंटवारे के चलते जीतने में कामयाब रहे लेकिन अब इनका कोई भविष्य नहीं है.
बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद कनकमल कटारा ने कहा कि सांगवाड़ा या चौरासी विधायक पहले कांग्रेस के साथ थे. जिसके बाद समय के साथ वामपंथियों सहित अलग-अलग दलों के साथ जुड़ते रहे. जहां भी फायदा मिला, उसके साथ जुड़ते गए. विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद दोनों ही बीटीपी विधायक कांग्रेस के शरण में चले गए थे. ऐसे में राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों को समर्थन कोई अचरज वाली बात नहीं है.
प्रधानमंत्री ने कोरोना काल में मदद की गुंजाइश नहीं छोड़ी
कोरोना काल में मैनेंजमेंट के सवाल पर कटारा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इसके लिए मदद की कोई भी गुंजाइश नहीं छोड़ी. यहां तक कि प्रवासी लोगों को अपने घर पहुंचाने के लिए 1102 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बजट जारी कर दिया, लेकिन राज्य में कांग्रेस के कुछ नेता वाहवाही लूटने के प्रयास में अनर्गल बयानबाजी से भी बाज नहीं आए. मुख्यमंत्री गहलोत ने केंद्र के साथ मिलकर अच्छा काम करने का प्रयास किया, लेकिन इनके पदाधिकारी और नेताओं की अव्यवस्था के चलते लोगों को तकलीफ झेलनी पड़ी.
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प्रवासी श्रमिकों के लिए बसें भेजने की अफवाह फैला दी गई. इस कारण बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने स्थानों से निकल गए. लेकिन जब बसें नहीं देखी तो पैदल ही निकल पड़े. जिससे उन्हें रास्ते में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
अन्य राज्यों की मदद वाहवाही लूटने का प्रयास
मुख्यमंत्री के अन्य राज्यों की कोरोना जांच में मदद के सवाल पर कटारा ने कहा कि हम राजस्थान में भी पूरी जांच नहीं कर पा रहे हैं और अन्य राज्यों को मदद का आश्वासन दे रहे हैं. यह केवल वाहवाही लूटने का प्रयास मात्र है. उन्हें प्रदेश में बेहतर व्यवस्थाएं देने पर ध्यान देना चाहिए.
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भरपूर पानी और नैसर्गिक संपदा के बावजूद स्थानीय स्तर पर बेरोजगारी संबंधी सवाल पर उन्होंने बताया कि पावर प्लांट के साथ-साथ रेल प्रोजेक्ट प्रोसेस में है. सांसद ने कहा कि 2024 तक काम शुरू होने की उम्मीद है. इससे निश्चित ही स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा. संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज जारी किया है. जिसका किसान, मजदूर, व्यापारी और समाज के हर वर्ग को लाभ मिलेगा. निश्चित ही जनजाति बहुल डूंगरपुर-बांसवाड़ा को भी बड़े पैमाने पर इसका लाभ मिलने की उम्मीद है.
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सांसद कोटे से कामकाज के सवाल पर उन्होंने कहा कि 5 करोड़ रुपए में से 50 प्रतिशत काम की स्वीकृति जारी कर दी है और पहली किस्त भी जारी होने के साथ कामकाज शुरू हो गया. अब दूसरे फेज के लिए दिक्कत आ रही है. इसे लेकर हम प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत कर इन कामों को पूरा करवाने का प्रयास करेंगे.