बांसवाड़ा. शहर की मोहन कॉलोनी में रविवार दोपहर एक रिटायर्ड शिक्षक के इकलौते बेटे ने फंदे पर झूल कर आत्महत्या कर ली. उसके आत्महत्या करने के कारणों का शाम तक खुलासा नहीं पाया है. फिलहाल कोतवाली पुलिस कारणों की पड़ताल में जुटी है.
बता दें कि मामला मोहन कॉलोनी के गली नंबर 6 का है. 62 वर्षीय रिटायर्ड शिक्षक कैलाश चंद्र वोरा सुबह समाज की किसी मीटिंग में भाग लेने गए थे. वहीं उनका 20 साल का पुत्र अमन अपनी दादी को मंदिर से लेकर घर पहुंचा. अमन की पसंद को देखते हुए उसकी मां पकौड़े बना रही थी. मंदिर से आने के बाद अमन अपने कमरे में चला गया. जब उसकी मां पकौड़े की प्लेट लेकर उसके कमरे पर पहुंची तो वहां का नजारा देखकर उसकी आंखें फटी की फटी रह गई. अमन अपने कमरे में पंखे पर लगे फंदे पर झूला हुआ था.
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उसकी मां की चिल्लाने की आवाज से तो मकान में किराए पर रहने वाले लोग दौड़ पड़े. जिसके बाद उन्होंने अमन को फंदे से उतारा. परिजनों ने पिता को सूचना दी तो वो अपने साथी को लेकर घर पहुंचे. जिसके बाद परिजन अमन को तत्काल महात्मा गांधी चिकित्सालय ले गए. जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. प्रारंभिक तौर पर चिकित्सकों ने फांसी लगने से उसकी मौत होना बताया है. सूचना पर कोतवाली थाने से सब इंस्पेक्टर सलीम मोहम्मद जाब्ते के साथ हॉस्पिटल पहुंचे.
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कैलाश चंद्र की रिपोर्ट पर पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया है. फिलहाल अपनी रिपोर्ट में कैलाश चंद्र ने बेटे की मौत पर किसी पर संदेह नहीं जताया है. मृतक जयपुर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था. पिछले दिनों दीपावली पर बांसवाड़ा अपने घर आया था. वहीं सब इंस्पेक्टर सलीम मोहम्मद ने बताया कि उसके आत्महत्या करने के कारणों का पता नहीं चल पाया है. पिता की रिपोर्ट के अनुसार पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है. जांच के बाद ही उसके आत्महत्या करने के कारणों का खुलासा हो पाएगा.