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यहां उपसभापति पद के लिए खींचतान जारी, मुस्लिम चेहरे पर दांव लगा सकती है Congress

बांसवाड़ा नगर परिषद में उपसभापति के चेहरे को लेकर उठापटक का दौर जारी है. यहां कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियां किसका नाम उपसभापति पद के लिए आगे लाया जाए, इसको लेकर असमंजस में बनी हुई हैं.

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अब उपसभापति पर असमंजस, मुस्लिम चेहरे पर दाव लगा सकती है कांग्रेस
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Published : Nov 27, 2019, 10:40 AM IST

बांसवाड़ा. नगर परिषद सभापति निर्वाचन के बाद कांग्रेस उपसभापति के चेहरे को लेकर असमंजस में है. पार्टी के 36 वार्ड पार्षद हैं, ऐसे में किस वर्ग को मैदान में उतारा जाए, इसे लेकर पार्टी नेता कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है और गेंद पार्टी आलाकमान के पाले में डाल दी.

अब उपसभापति पर असमंजस, मुस्लिम चेहरे पर दाव लगा सकती है कांग्रेस

फिलहाल नगर परिषद चुनाव के दौरान अल्पसंख्यक बाहुल्य इलाकों में पार्टी को मिले भारी समर्थन को देखते हुए किसी मुस्लिम चेहरे पर दांव लगाए जाने की संभावना सबसे अधिक नजर आ रही है. वही भाजपा संख्या बल के लिहाज से चेहरे को लेकर ज्यादा कंपनी नहीं है और केवल औपचारिकता के तौर पर उम्मीदवार मैदान में उतारने की रणनीति में है.

यह भी पढ़ेंः 49 निकायों में उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव आज...

सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी चुनाव के दौरान पार्टी का चेहरा थे. ऐसे में पार्टी न केवल सभापति का चुनाव आराम से जीत गई, बल्कि तीन निर्दलीय पार्षद भी उनके साथ आ गए. ऐसे में अब संकट पार्टी के समक्ष उपसभापति पद को लेकर है, जिसके लिए विभिन्न वर्गों के चेहरे सामने आ रहे हैं. सभापति पद ब्राह्मण वर्ग को जाने के बाद पार्टी में कई जैन राजपूत और एससी-एसटी चेहरे दो से तीन बार जीतकर नगर परिषद पहुंचे हैं.

यह भी पढ़ेंः निकाय चुनावः 37 में कांग्रेस तो 12 निकायों में भाजपा ने दर्ज की जीत

पार्टी नेताओं के समक्ष सबसे बड़ा फैक्टर मुस्लिम बहुल इलाकों में पार्टी के प्रति व्यापक जनसमर्थन का आ रहा है. करीब 15 सीटों में से 1 दर्जन वार्डों में कांग्रेस का परचम लहराया है. कुल मिलाकर इन वार्डों में पार्टी को एक तरफा मत मिला है. ऐसे में मुस्लिम वर्ग से दावा सबसे मजबूती के साथ उभरा है. इनमें भी सबसे अधिक मुस्लिम महिलाएं जीतकर आईं हैं. पार्टी के अंदर में सूत्रों से पता चला है कि इसे देखते हुए किसी मुस्लिम महिला पर दांव लगाया जा सकता है.

यह भी पढ़ेंः निकाय चुनाव का परिणाम आने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने अलवर की जनता को दिया धन्यवाद

इसके अलावा देव बाला राठौड़ का नाम भी प्रमुखता से उभर कर आ रहा है. लगातार छठी बार चुनाव जीतकर राठौड़ नगर परिषद पहुंची हैं और उन्हें एससी-एसटी के अलावा कुछ अन्य लोगों का भी समर्थन हासिल है. ऐसे में उनका नाम भी फिलहाल आगे नजर आ रहा है, लेकिन पार्टी की रीति-नीति को देखते हुए मुस्लिम महिला पर दांव लगाए जाने की संभावना सबसे अधिक बन रही है. वहीं भाजपा इस पद को लेकर ज्यादा गंभीर नहीं है, लेकिन किसी नए चेहरे को मैदान में उतारे जाने की चर्चा जोरों पर है. फिलहाल इस बारे में दोनों ही पार्टियों के नेता कुछ भी बताने से कतरा रहे हैं.

कांग्रेस जिला अध्यक्ष चांदमल जैन का कहना है कि इस पद को लेकर पार्टी हाई कमान फैसला करेगा. वही भाजपा नेता ओम पालीवाल के अनुसार हम चुनाव लड़ेगे, लेकिन चेहरा कौन होगा? नामांकन पत्र दाखिल करने के साथ सामने आ जाएगा.

बांसवाड़ा. नगर परिषद सभापति निर्वाचन के बाद कांग्रेस उपसभापति के चेहरे को लेकर असमंजस में है. पार्टी के 36 वार्ड पार्षद हैं, ऐसे में किस वर्ग को मैदान में उतारा जाए, इसे लेकर पार्टी नेता कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है और गेंद पार्टी आलाकमान के पाले में डाल दी.

अब उपसभापति पर असमंजस, मुस्लिम चेहरे पर दाव लगा सकती है कांग्रेस

फिलहाल नगर परिषद चुनाव के दौरान अल्पसंख्यक बाहुल्य इलाकों में पार्टी को मिले भारी समर्थन को देखते हुए किसी मुस्लिम चेहरे पर दांव लगाए जाने की संभावना सबसे अधिक नजर आ रही है. वही भाजपा संख्या बल के लिहाज से चेहरे को लेकर ज्यादा कंपनी नहीं है और केवल औपचारिकता के तौर पर उम्मीदवार मैदान में उतारने की रणनीति में है.

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सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी चुनाव के दौरान पार्टी का चेहरा थे. ऐसे में पार्टी न केवल सभापति का चुनाव आराम से जीत गई, बल्कि तीन निर्दलीय पार्षद भी उनके साथ आ गए. ऐसे में अब संकट पार्टी के समक्ष उपसभापति पद को लेकर है, जिसके लिए विभिन्न वर्गों के चेहरे सामने आ रहे हैं. सभापति पद ब्राह्मण वर्ग को जाने के बाद पार्टी में कई जैन राजपूत और एससी-एसटी चेहरे दो से तीन बार जीतकर नगर परिषद पहुंचे हैं.

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पार्टी नेताओं के समक्ष सबसे बड़ा फैक्टर मुस्लिम बहुल इलाकों में पार्टी के प्रति व्यापक जनसमर्थन का आ रहा है. करीब 15 सीटों में से 1 दर्जन वार्डों में कांग्रेस का परचम लहराया है. कुल मिलाकर इन वार्डों में पार्टी को एक तरफा मत मिला है. ऐसे में मुस्लिम वर्ग से दावा सबसे मजबूती के साथ उभरा है. इनमें भी सबसे अधिक मुस्लिम महिलाएं जीतकर आईं हैं. पार्टी के अंदर में सूत्रों से पता चला है कि इसे देखते हुए किसी मुस्लिम महिला पर दांव लगाया जा सकता है.

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इसके अलावा देव बाला राठौड़ का नाम भी प्रमुखता से उभर कर आ रहा है. लगातार छठी बार चुनाव जीतकर राठौड़ नगर परिषद पहुंची हैं और उन्हें एससी-एसटी के अलावा कुछ अन्य लोगों का भी समर्थन हासिल है. ऐसे में उनका नाम भी फिलहाल आगे नजर आ रहा है, लेकिन पार्टी की रीति-नीति को देखते हुए मुस्लिम महिला पर दांव लगाए जाने की संभावना सबसे अधिक बन रही है. वहीं भाजपा इस पद को लेकर ज्यादा गंभीर नहीं है, लेकिन किसी नए चेहरे को मैदान में उतारे जाने की चर्चा जोरों पर है. फिलहाल इस बारे में दोनों ही पार्टियों के नेता कुछ भी बताने से कतरा रहे हैं.

कांग्रेस जिला अध्यक्ष चांदमल जैन का कहना है कि इस पद को लेकर पार्टी हाई कमान फैसला करेगा. वही भाजपा नेता ओम पालीवाल के अनुसार हम चुनाव लड़ेगे, लेकिन चेहरा कौन होगा? नामांकन पत्र दाखिल करने के साथ सामने आ जाएगा.

Intro:बांसवाड़ा। नगर परिषद सभापति निर्वाचन के बाद कांग्रेस उपसभापति के चेहरे को लेकर असमंजस का शिकार है। पार्टी के 36 वार्ड पार्षद है ऐसे में इस वर्ग को मैदान में उतारा जाए इसे लेकर पार्टी नेता कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है और गेंद पार्टी आलाकमान के पाले में डाल दी। फिलहाल नगर परिषद चुनाव के दौरान अल्पसंख्यक बाहुल्य इलाकों में पार्टी को मिले भारी समर्थन को देखते हुए किसी मुस्लिम चेहरे पर दांव लगाए जाने की संभावना सबसे अधिक नजर आ रही है वही भाजपा संख्या बल के लिहाज से चेहरे को लेकर ज्यादा कंपनी नहीं है और केवल औपचारिकता के तौर पर उम्मीदवार मैदान में उतारने की रणनीति में है।


Body:सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी चुनाव के दौरान पार्टी का चेहरा थे। ऐसे मैं पार्टी न केवल सभापति का चुनाव आराम से जीत गई बल्कि तीन निर्दलीय पार्षद भी उनके साथ आ गए। अब संकट पार्टी के समक्ष उपसभापति पद को लेकर है जिसके लिए विभिन्न वर्गों के चेहरे सामने आ रहे हैं। सभापति पद ब्राह्मण वर्ग को जाने के बाद पार्टी में कई जैन राजपूत और एससी एसटी चेहरे दो से तीन बार जीत कर नगर परिषद पहुंचे हैं। पार्टी नेताओं के समक्ष सबसे बड़ा फैक्टर मुस्लिम बहुल इलाकों में पार्टी के प्रति व्यापक जनसमर्थन का आ रहा है। करीब 15 सीटों में से 1 दर्जन वार्डों में कांग्रेस का परचम लहराया है। कुल मिलाकर इन वार्डों में पार्टी को एक तरफा मत मिले। ऐसे में मुस्लिम वर्ग से दावा सबसे मजबूती के साथ उभरा है । इनमें भी सबसे अधिक मुस्लिम महिलाएं जीतकर आई है। पार्टी के अंदर में सूत्रों से पता चला है कि इसे देखते हुए किसी मुस्लिम महिला पर दाव लगाया जा सकता है।




Conclusion:इसके अलावा देव बाला राठौड़ का नाम भी प्रमुखता से उभर कर आ रहा है। लगातार छठी बार चुनाव जीतकर राठौड़ नगर परिषद पहुंची है और उन्हें एससी एसटी के अलावा कुछ अन्य लोगों का भी समर्थन हासिल है ऐसे में उनका नाम भी फिलहाल आगे नजर आ रहा है लेकिन पार्टी की रीति नीति को देखते हुए मुस्लिम महिला पर दांव लगाए जाने की संभावना सबसे अधिक बन रही है। वहीं भाजपा इस पद को लेकर ज्यादा गंभीर नहीं है लेकिन किसी नए चेहरे को मैदान में उतारे जाने की चर्चा जोरों पर है। फिलहाल इस बारे में दोनों ही पार्टियों के नेता कुछ भी बताने से कतरा रहे हैं। कांग्रेस जिला अध्यक्ष चांदमल जैन का कहना है कि इस पद को लेकर पार्टी हाईकमान फैसला करेगा। वही भाजपा नेता ओम पालीवाल के अनुसार हमें चुनाव से लड़ेंगे लेकिन चेहरा कौन होगा नामांकन पत्र दाखिल करने के साथ सामने आ जाएगा।

बाइट..... चांदमल जैन अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी
....... ओम पालीवाल वरिष्ठ नेता भाजपा
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