बांसवाड़ा. लोड़ी काशी के नाम से विख्यात बांसवाड़ा शहर में इन दिनों अध्यात्म की गंगा बह रही है. जैन समाज की ओर से शहर के मोहन कॉलोनी राती तलाई में भगवान 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर का प्रतिष्ठा महोत्सव चल रहा है, जिसमें देश की विभिन्न कोनों से समाज के लोग भाग ले रहे हैं. इस दौरान 4 दिसंबर से नूतन स्कूल खेल मैदान में आयोजित जन्म कल्याणक महोत्सव के तीसरे दिन सुबह से देर रात तक धार्मिक कार्यक्रमों के अलावा कई आयोजन हुए.
इस दौरान सुबह जन्म अभिषेक और नित्यार्चन के बाद तीर्थंकर चीन बालक जन जन्मोत्सव मनाया गया. सुबह प्रवचन सभा के अलावा सुमेरु हेतु जुलूस प्रस्थान किया गया. इसके बाद 1008 कलश से भगवान का जन्म अभिषेक हुआ, जिसमें समाज के हजारों लोगों ने भाग लिया. दोपहर में भव्य दीक्षा कार्यक्रम के दौरान जैन संतों का केश लोचन किया गया तो फिर बाद में जन्म कल्याण पूजा और हवन का आयोजन किया गया.
पढ़ें- बांसवाड़ा: हॉस्टल में सोमवार से शुक्रवार खराब खाना, अवकाश के दिन जबरन घर भेज देता है अधीक्षक
प्रवचन सभा के दौरान आचार्य सुनील सागर ने कहा कि इंसान को परिस्थितियां संत बनाती है. मजबूरी में महात्मा बनते होंगे, लेकिन जैन समाज में मजबूरी में नहीं मजबूती से अध्यात्म की ओर बढ़ा जाता है. महोत्सव के अंतर्गत आयोजित इन विभिन्न कार्यक्रमों में दिगंबर जैन समाज के हजारों लोगों ने भाग लिया. शनिवार को बाल क्रीड़ा राज्य अभिषेक तीर्थंकर महाराज का गृह त्याग दीक्षा विधि संस्कार और कल्याणक पूजा हवन के बाद आरती महोत्सव होगा. वहीं जन्म कल्याण महोत्सव समिति के अध्यक्ष अशोक वोहरा ने बताया कि महोत्सव 9 दिसंबर तक चलेगा.