बांसवाड़ा. प्रदेश में समाज कल्याण विभाग के छात्रावासों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी है. सरकार ने छात्र-छात्राओं को ड्रेस तथा स्वेटर आदि उपलब्ध कराने के लिए बजट आवंटित कर दिया है. शीघ्र ही बच्चों को विद्यालय गणवेश तथा गर्म कपड़े मिलने की उम्मीद जगी है.
ईटीवी भारत ने 13 दिसंबर को 'ठंड में ठिठुर रहे बच्चे, स्वेटर तो दूर स्कूल ड्रेस तक नसीब नहीं' शीर्षक से खबर प्रकाशित कर प्रदेश के करीब 35000 बच्चों के दर्द को प्रमुखता से उजागर किया था. खबर में बताया गया कि किस प्रकार बच्चे फटे पुराने कपड़ों में भयंकर सर्दी के इस दौर में स्कूल जाने को मजबूर हैं.
नियमानुसार इन छात्रावासों में रहने वाले छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक सत्र शुरू होने के साथ ही जूते-मोजे और दो स्कूल ड्रेस के साथ ही सर्दी में गर्म कपड़े उपलब्ध कराने का प्रावधान है. लेकिन सत्र बीतने के 6 महीने बाद भी समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों में बच्चों को यह सामग्री उपलब्ध नहीं कराई गई थी.
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ऐसे में छोटे-छोटे बच्चे सर्दी में ठिठुरते हुए स्कूल जाने को मजबूर दिखे. सबसे बड़ी बात यह है कि सरकार एक प्रकार से बच्चों को मिलने वाली इस फैसिलिटी को भूल ही गई और महीनों तक इस ओर ध्यान ही नहीं गया.
समाज कल्याण विभाग के जिला प्रभारी असीन शर्मा ने बताया कि विभाग द्वारा 2 दिन पहले इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं. बजट आवंटन के साथ ही विभाग द्वारा छात्र-छात्राओं के लिए जूते-मोजे, कपड़े और गर्म वस्त्र उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और शीघ्र ही बच्चों को यह सामग्री उपलब्ध करा दी जाएगी. बता दें कि बांसवाड़ा में विभाग द्वारा 24 छात्रावास संचालित हैं और इनमें 1531 के मुकाबले 1321 छात्र-छात्राएं रह रहे हैं. प्रदेश में विभाग के छात्रावासों में करीब 35,000 छात्र-छात्राएं रहकर शिक्षा हासिल कर रहे हैं.