बांसवाड़ा. कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा लॉकडाउन के साथ धारा 144 लागू की गई है. इसके बावजूद अन्य राज्यों में काम करने वाले लोग हजारों की संख्या में पैदल ही अपने घर लौट रहे हैं.
ग्रुप में आ रहे हैं इन लोगों स्क्रीनिंग तक नहीं हो पा रही है, जिससे संक्रमण का खतरा और भी बढ़ गया है. इसे गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है जिसके तहत रविवार रात 12 बजे से सारे राज्य अपनी अपनी सीमाओं को सील करने की तैयारी में हैं. एक स्टेट से दूसरे स्टेट में आने वाले लोगों को बॉर्डर पर ही रोकने के निर्देश दिए गए हैं.
जिला पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने बताया कि गृह मंत्रालय द्वारा नई गाइडलाइन जारी की गई है. रात 12 बजे बाद कोई भी व्यक्ति इंटर स्टेट बॉर्डर पार नहीं कर पाएगा और उसे बॉर्डर पर ही रोक लिया जाएगा.
पढ़ेंः कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राजस्थान सरकार ने वेंटिलेटर खरीद की प्रक्रिया शुरू की
जहां पर भी इन लोगों को रोका जाएगा संबंधित राज्य सरकार बॉर्डर पर ही इनके खाने-पीने और ठहराव की व्यवस्था करेगी. अगले 14 दिन तक एक प्रकार से इन लोगों को आइसोलेशन में रखा जाएगा. शेखावत ने बताया कि अब तक लोग बॉर्डर पार कर इधर उधर जा रहे थे, लेकिन रात 12 बजे बाद इस पर सख्ती बरतते हुए आवाजाही पूर्णता बंद कर दी जाएगी.
ऐसे लोगों के लिए जिला प्रशासन द्वारा खाने-पीने और ठहराव की व्यवस्था की जा रही है और कैंप लगाकर उन्हें 14 दिन तक आइसोलेट किया जाएगा. बांसवाड़ा जिले में भी प्रदेश से लगने वाली अन्य राज्यों की सीमाओं को सील किया जा रहा है.
पढ़ें- कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के चलते प्रदेश की तमाम जेलों में बरती जा रही सतर्कता
उन्होंने बताया कि अगले 1 महीने तक कोई भी मकान मालिक अपने किराएदार से मकान खाली नहीं करवा पाएगा. इसके अलावा हॉस्टल से छात्रों को भी नहीं निकाला जा सकेगा. किसी भी फैक्ट्री में काम करने वाले व्यक्ति का वेतन नहीं रोका जा सकेगा और निर्धारित तिथि तक उन्हें अपने कर्मचारी को वेतन का भुगतान करना होगा.
जिला कलेक्टर कैलाश बेरवा के अनुसार अब तक हमने प्रयास किया है कि प्रदेश के अन्य जिलों के लोगों को वाहनों की व्यवस्था कर उनके घरों तक पहुंचाया लेकिन, अब ऐसा नहीं हो पाएगा. उन्हें वहीं पर रोक लिया जाएगा.