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कोरोना से बचाव के इंतजामों पर भाजपा भड़की, प्रशासन और कांग्रेस नेताओं को लपेटा - कोरोना से बचाव के इंतजामों पर भाजपा भड़की

भाजपा ने शुकवार को प्रेस वार्ता की. इस दौरान नेताओं ने प्रवासी लोगों को लाने और क्वॉरेंटाइन की व्यवस्थाओं को लेकर जिला प्रशासन और कांग्रेस के नेताओं पर मनमाने तरीके से काम करने के आरोप लगाए. यही नहीं पार्टी जिलाध्यक्ष ने कुशलगढ़ के एक समुदाय विशेष में कोरोना का संक्रमण फैलने के लिए जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया.

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बीजेपी ने पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की
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Published : May 29, 2020, 7:05 PM IST

बांसवाड़ा. कोरोना को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता की. इस दौरान पार्टी के नेताओं ने संक्रमण और प्रवासी लोगों को लाए जाने और क्वॉरेंटाइन व्यवस्थाओं पर जिला प्रशासन और कांग्रेस नेताओं को खूब कोसा. पार्टी ने कुशलगढ़ में संक्रमण फैलने के लिए भी प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया.

बीजेपी ने पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की

पार्टी जिलाध्यक्ष गोविंद सिंह राव ने स्पष्ट कहा कि इस महामारी को लेकर प्रशासन किसी की भी बात नहीं सुन रहा है और जिला कलेक्टर अपने अधिकारियों की बिना कोई राय जाने ही मनमाने तरीके से निर्णय ले रहे हैं. इसी कारण प्रवासियों को बांसवाड़ा लाए जाने में 5 दिन की देर हुई. एक सवाल के जवाब में राव ने कुशलगढ़ के एक समुदाय विशेष में कोरोना का संक्रमण फैलने के लिए जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कि वहां सबसे पहले एक महिला की मौत हुई थी, लेकिन प्रशासन ने उसके अंतिम संस्कार में कोविड-19 प्रोटोकॉल की पालना नहीं की.

उन्होंने कहा कि उसी का दुखद परिणाम यह रहा कि उसके बाद कुशलगढ़ में करीब 60 से अधिक लोग संक्रमण की जद में आ गए. प्रशासनिक अधिकारी प्रोटोकॉल के पालना करते तो, ना तो वहां संक्रमण फैलता और ना ही वहां के लोगों को अनावश्यक रूप से 56 दिन तक कर्फ्यू झेलना पड़ता. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के कथित दबाव में संदिग्ध रोगियों के सैंपल की संख्या कम की जा रही है और बिना किसी जांच पड़ताल लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. जबकि हॉट स्पॉट इलाकों से आने वाले लोगों को संस्थागत क्वॉरेंटाइन करने की जरूरत है. इसी कारण अब संक्रमण बांसवाड़ा तक पहुंच गया है.

उन्होंने सवाल उठाया कि जब कोविड-19 की व्यवस्थाओं को लेकर तमाम फंड केंद्र सरकार द्वारा दिया जा रहा है तो सरकार और जिला प्रशासन क्यों हाथ बांध रहा है. पार्टी नेता ने प्रशासन पर कंटेनमेंट जोन घोषित करने में भी कांग्रेस नेताओं के अनुसार काम करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब हाउसिंग बोर्ड में महिला रोगी की रिपोर्ट तीन-चार दिन में ही नेगेटिव आ गई थी. उसके बावजूद वहां 28 दिन तक कर्फ्यू रखा गया. जबकि खांडू कॉलोनी में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कांग्रेस के नेता घूमते रहे और अपनी सुविधा के अनुसार कंटेनमेंट जोन एरिया तय करते रहे.

यह भी पढ़ेंः BJP के समर्थन में खुलकर उतरे गहलोत के मंत्री...कहा- SHO विष्णुदत्त सुसाइड मामले की हो CBI जांच

उन्होंने कहा कि नियम कायदों की पारदर्शिता के साथ पालना की जाए. इससे पूर्व जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष हकरु मईडा ने महामारी से बचाव के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी. बता दें कि इस मौके पर पूर्व जिला अध्यक्ष मनोहर पटेल, पूर्व प्रधान राजेश कटारा, जिला प्रवक्ता गौरव सिंह राव आदि भी मौजूद रहे.

बांसवाड़ा. कोरोना को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता की. इस दौरान पार्टी के नेताओं ने संक्रमण और प्रवासी लोगों को लाए जाने और क्वॉरेंटाइन व्यवस्थाओं पर जिला प्रशासन और कांग्रेस नेताओं को खूब कोसा. पार्टी ने कुशलगढ़ में संक्रमण फैलने के लिए भी प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया.

बीजेपी ने पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की

पार्टी जिलाध्यक्ष गोविंद सिंह राव ने स्पष्ट कहा कि इस महामारी को लेकर प्रशासन किसी की भी बात नहीं सुन रहा है और जिला कलेक्टर अपने अधिकारियों की बिना कोई राय जाने ही मनमाने तरीके से निर्णय ले रहे हैं. इसी कारण प्रवासियों को बांसवाड़ा लाए जाने में 5 दिन की देर हुई. एक सवाल के जवाब में राव ने कुशलगढ़ के एक समुदाय विशेष में कोरोना का संक्रमण फैलने के लिए जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कि वहां सबसे पहले एक महिला की मौत हुई थी, लेकिन प्रशासन ने उसके अंतिम संस्कार में कोविड-19 प्रोटोकॉल की पालना नहीं की.

उन्होंने कहा कि उसी का दुखद परिणाम यह रहा कि उसके बाद कुशलगढ़ में करीब 60 से अधिक लोग संक्रमण की जद में आ गए. प्रशासनिक अधिकारी प्रोटोकॉल के पालना करते तो, ना तो वहां संक्रमण फैलता और ना ही वहां के लोगों को अनावश्यक रूप से 56 दिन तक कर्फ्यू झेलना पड़ता. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के कथित दबाव में संदिग्ध रोगियों के सैंपल की संख्या कम की जा रही है और बिना किसी जांच पड़ताल लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. जबकि हॉट स्पॉट इलाकों से आने वाले लोगों को संस्थागत क्वॉरेंटाइन करने की जरूरत है. इसी कारण अब संक्रमण बांसवाड़ा तक पहुंच गया है.

उन्होंने सवाल उठाया कि जब कोविड-19 की व्यवस्थाओं को लेकर तमाम फंड केंद्र सरकार द्वारा दिया जा रहा है तो सरकार और जिला प्रशासन क्यों हाथ बांध रहा है. पार्टी नेता ने प्रशासन पर कंटेनमेंट जोन घोषित करने में भी कांग्रेस नेताओं के अनुसार काम करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब हाउसिंग बोर्ड में महिला रोगी की रिपोर्ट तीन-चार दिन में ही नेगेटिव आ गई थी. उसके बावजूद वहां 28 दिन तक कर्फ्यू रखा गया. जबकि खांडू कॉलोनी में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कांग्रेस के नेता घूमते रहे और अपनी सुविधा के अनुसार कंटेनमेंट जोन एरिया तय करते रहे.

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उन्होंने कहा कि नियम कायदों की पारदर्शिता के साथ पालना की जाए. इससे पूर्व जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष हकरु मईडा ने महामारी से बचाव के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी. बता दें कि इस मौके पर पूर्व जिला अध्यक्ष मनोहर पटेल, पूर्व प्रधान राजेश कटारा, जिला प्रवक्ता गौरव सिंह राव आदि भी मौजूद रहे.

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