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राजस्थान बजट-2020: बजट में बांसवाड़ा के हाथ फिर खाली, भाजपा ने निराशाजनक करार दिया

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Published : Feb 20, 2020, 9:25 PM IST

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को साल 2020-21 के लिए राज्य का बजट पेश किया. भाजपा ने इस बजट को निराशाजनक करार दिया है. बांसवाड़ा के हाथ खाली रहने पर भी भाजपा ने सरकार को घेरा.

BJP declared budget disappointing, राजस्थान बजट 2020
बजट में बांसवाड़ा के हाथ फिर खाली

बांसवाड़ा. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा पेश किए गए बजट पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी ने कहा है, कि सरकार में मंत्री होने के बावजूद अर्जुन सिंह बामनिया बांसवाड़ा के लिए कोई खास प्रावधान नहीं करा पाए और बांसवाड़ा के हाथ खाली के खाली रह गए.

बजट में बांसवाड़ा के हाथ फिर खाली

पार्टी जिलाध्यक्ष गोविंद सिंह राव ने अपने कार्यालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा, कि बांसवाड़ा के लिहाज से यह बजट निराशाजनक है. उम्मीद थी, कि मुख्यमंत्री जनजाति बहुल बांसवाड़ा-डूंगरपुर के लिए कोई नए प्रावधान करेंगे, लेकिन पुरानी घोषणाओं को ही नए बजट में पेश कर दिया.

पढ़ेंः बजट 2020: शिक्षा विभाग का 85 प्रतिशत बजट वेतन भत्ते में, स्कूलों के विकास के लिए सिर्फ 5 करोड़ का ही Budget

सरकार ने बिजली की दरें बढ़ा दी, टोल टैक्स बहाल कर दिया. इस प्रकार जनता की जेब बजट से पहले ही ढीली कर दी गई, लेकिन उसके बदले में बांसवाड़ा को उम्मीदों के मुताबिक कोई नई सौगात नहीं मिल पाई. जबकि सरकार में यहां के विधायक अर्जुन सिंह प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. एकमात्र दानपुर क्षेत्र में आवासीय विद्यालय की घोषणा की गई है, लेकिन वह कब पूरा होगा और किस प्रकार होगा, इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी गई है.

छोटी सरवन के पूर्व प्रधान और पार्टी के नेता राजेश कटारा ने बजट को निराशाजनक करार देते हुए कहा, कि बांसवाड़ा को रेल से जोड़ने का प्रोजेक्ट कांग्रेस का था. खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के हाथों डूंगरपुर में इसका शिलान्यास करवाया था.

यह भी पढे़ंः खेल बजटः ओलम्पिक में गोल्ड पर अब मिलेंगे 3 करोड़ रुपए, राज्य खेलों में क्रिकेट और हैंडबॉल भी शामिल

इस प्रोजेक्ट में राजस्थान सरकार और केंद्र सरकार के बीच 50-50 परसेंट बजट का प्रावधान था, लेकिन मुख्यमंत्री ने उसे भी भुला दिया और बजट में एक रुपए का भी प्रावधान नहीं रखा. जबकि जमीन अवाप्ति को लेकर किसान खासे परेशान हैं. आधे-अधूरे मुआवजे के कारण जमीन का इस्तेमाल तक नहीं कर पा रहे हैं.

बांसवाड़ा. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा पेश किए गए बजट पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी ने कहा है, कि सरकार में मंत्री होने के बावजूद अर्जुन सिंह बामनिया बांसवाड़ा के लिए कोई खास प्रावधान नहीं करा पाए और बांसवाड़ा के हाथ खाली के खाली रह गए.

बजट में बांसवाड़ा के हाथ फिर खाली

पार्टी जिलाध्यक्ष गोविंद सिंह राव ने अपने कार्यालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा, कि बांसवाड़ा के लिहाज से यह बजट निराशाजनक है. उम्मीद थी, कि मुख्यमंत्री जनजाति बहुल बांसवाड़ा-डूंगरपुर के लिए कोई नए प्रावधान करेंगे, लेकिन पुरानी घोषणाओं को ही नए बजट में पेश कर दिया.

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सरकार ने बिजली की दरें बढ़ा दी, टोल टैक्स बहाल कर दिया. इस प्रकार जनता की जेब बजट से पहले ही ढीली कर दी गई, लेकिन उसके बदले में बांसवाड़ा को उम्मीदों के मुताबिक कोई नई सौगात नहीं मिल पाई. जबकि सरकार में यहां के विधायक अर्जुन सिंह प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. एकमात्र दानपुर क्षेत्र में आवासीय विद्यालय की घोषणा की गई है, लेकिन वह कब पूरा होगा और किस प्रकार होगा, इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी गई है.

छोटी सरवन के पूर्व प्रधान और पार्टी के नेता राजेश कटारा ने बजट को निराशाजनक करार देते हुए कहा, कि बांसवाड़ा को रेल से जोड़ने का प्रोजेक्ट कांग्रेस का था. खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के हाथों डूंगरपुर में इसका शिलान्यास करवाया था.

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इस प्रोजेक्ट में राजस्थान सरकार और केंद्र सरकार के बीच 50-50 परसेंट बजट का प्रावधान था, लेकिन मुख्यमंत्री ने उसे भी भुला दिया और बजट में एक रुपए का भी प्रावधान नहीं रखा. जबकि जमीन अवाप्ति को लेकर किसान खासे परेशान हैं. आधे-अधूरे मुआवजे के कारण जमीन का इस्तेमाल तक नहीं कर पा रहे हैं.

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