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बांसवाड़ा सीट पर भाजपा-कांग्रेस दोनों के प्रत्याशी करोड़पति, जाने पूरा लेखा-जोखा

चुनाव अब केवल धनबलियों का खेल रह गया है, हर पार्टी टिकट के लिए करोड़पतियों को तवज्जो दे रही है. बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर मुकाबले के लिए खड़े दोनो प्रत्याशी करोड़ों के आसामी है. कांग्रेस प्रत्यासी भगोरा की संपत्ति तो आश्चयजनक रूप से 10 साल में चार गुना तक बढ़ गई है.

बांसवाड़ा में दोनो ही पार्टियों ने करोड़पति प्रत्याशी उतारे मैदान पर
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Published : Apr 7, 2019, 10:40 PM IST

बांसवाड़ा. वागड़ अंचल को प्रदेश के अन्य हिस्सों के मुकाबले विकास के मामले में कमजोर माना जाता है, लेकिन बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही करोड़पति लोगों पर दांव लगाया है.

भाजपा ने जहां पूर्व राज्यसभा सदस्य और मंत्री कनक मल कटारा को पहली बार लोकसभा के लिए टिकट दिया है वहीं कांग्रेस द्वारा तीन बार सांसद रहे ताराचंद भगोरा पर फिर से विश्वास जताते हुए चौथी बार देश की सबसे बड़ी पंचायत तक पहुंचने का मौका दिया है. दोनों ही प्रत्याशी आर्थिक रूप से बड़े मजबूत माने गए हैं. अपने नामांकन पत्र में पेश किए गए शपथ पत्रों से उनकी समृद्धि का पता चलता है.

बांसवाड़ा में दोनो ही पार्टियों ने करोड़पति प्रत्याशी उतारे मैदान पर

हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी भगोरा संपत्ति के मामले में कटारा से पीछे हैं. भगोरा की ओर से जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष पेश किए गए नामांकन पत्र में अपनी चल अचल संपत्ति का हवाला दिया गया है, जिसमें आश्चर्यजनक तरीके से पिछले 10 साल के दौरान उनकी संपत्ति बढ़कर 4 गुना तक पहुंच गई है.

दोनों ही प्रत्याशियों की संपत्ति पर नजर डाले तो भगोरा 2 करोड 69 लाख रुपए संपत्ति के मालिक है. भगोरा ने अपने पास नकदी बैंक बैलेंस और आभूषण और वाहनों सहित करीब 47 लाख 42 हजार 57 रुपए होना बताया है. वहीं उनकी पत्नी मणि देवी की चल अचल संपत्ति करीब पौने 7 लाख रुपए आंकी गई है. हालांकि उनकी पत्नी मणि देवी कुल 73 लाख कीमत की संपदा की मालकिन है. बता दें कि 2009 में भगोरा की ओर से लोकसभा चुनाव में भरे गए नामांकन परिचय में अपनी संपत्ति 72 लाख बताई थी.

कटारा के तराजू में दोनों ही पत्नियां बराबर
भाजपा प्रत्याशी कटारा के नामांकन पत्र पर नजर डालें तो कटारा ही नहीं उनकी दोनों पत्नियां राधा देवी और काली देवी भी करोड़ों की आसामी है. अपनी दोनों पत्नियों के साथ पुत्रों निशांत और दर्शन को मिलाकर अपने परिवार की कुल 5 करोड़ 87 लाख रुपए की संपत्ति होना बताया गया है. इनमें 75 लाख रुपए की चल संपत्ति शामिल है.

कटारा के पास 11 लाख की टाटा सफारी 5 लाख का ट्रैक्टर और 11 लाख से अधिक कीमत का टैंकर व बेटे दर्शन के पास डेढ़ लाख रुपए की बाइक बताई गई है. कटारा परिवार सोने चांदी के जेवर का भी खास शौकीन है. कटारा के पास चेन अंगूठी और ब्रेसलेट सहित करीब 3 लाख कीमत के सोने के जेवर है.वहीं पत्नी राधा के नाम 38 तोला सोना और 3 किलोग्राम चांदी के जेवर दर्शाए गए हैं.

संपत्ति के मामले में कटारा की दूसरी पत्नी काली देवी भी कमतर नहीं कही जा सकती. उनके पास भी 36 तोला सोने के अलावा करीब 3 किलोग्राम चांदी के जेवर है. वहीं बेटे निशांत और दर्शन के पास तीन तीन तोले सोने की अंगूठी है. कुल मिलाकर पूरे परिवार के पास करीब 25 लाख कीमत के सोने चांदी के जेवर है.

अब अगर अचल संपत्ति पर नजर डाले तो इस मामले में भी कटारा काफी समृद्ध है. अपने पैतृक गांव के साथ डूंगरपुर जिले के अलावा जयपुर और उदयपुर में भी कटारा की जमीनें हैं. कनक मल के खुद के नाम 3 करोड़ 39 लाख, पत्नी राधा देवी के नाम 1 करोड़ 21 लाख तथा दूसरी पत्नी काली देवी के नाम 1 करोड़ 4 लाख और बेटे निशांत के पास 14 लाख और दर्शन के नाम 7 लाख की अचल संपत्ति दर्शाई गई है.

बांसवाड़ा. वागड़ अंचल को प्रदेश के अन्य हिस्सों के मुकाबले विकास के मामले में कमजोर माना जाता है, लेकिन बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही करोड़पति लोगों पर दांव लगाया है.

भाजपा ने जहां पूर्व राज्यसभा सदस्य और मंत्री कनक मल कटारा को पहली बार लोकसभा के लिए टिकट दिया है वहीं कांग्रेस द्वारा तीन बार सांसद रहे ताराचंद भगोरा पर फिर से विश्वास जताते हुए चौथी बार देश की सबसे बड़ी पंचायत तक पहुंचने का मौका दिया है. दोनों ही प्रत्याशी आर्थिक रूप से बड़े मजबूत माने गए हैं. अपने नामांकन पत्र में पेश किए गए शपथ पत्रों से उनकी समृद्धि का पता चलता है.

बांसवाड़ा में दोनो ही पार्टियों ने करोड़पति प्रत्याशी उतारे मैदान पर

हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी भगोरा संपत्ति के मामले में कटारा से पीछे हैं. भगोरा की ओर से जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष पेश किए गए नामांकन पत्र में अपनी चल अचल संपत्ति का हवाला दिया गया है, जिसमें आश्चर्यजनक तरीके से पिछले 10 साल के दौरान उनकी संपत्ति बढ़कर 4 गुना तक पहुंच गई है.

दोनों ही प्रत्याशियों की संपत्ति पर नजर डाले तो भगोरा 2 करोड 69 लाख रुपए संपत्ति के मालिक है. भगोरा ने अपने पास नकदी बैंक बैलेंस और आभूषण और वाहनों सहित करीब 47 लाख 42 हजार 57 रुपए होना बताया है. वहीं उनकी पत्नी मणि देवी की चल अचल संपत्ति करीब पौने 7 लाख रुपए आंकी गई है. हालांकि उनकी पत्नी मणि देवी कुल 73 लाख कीमत की संपदा की मालकिन है. बता दें कि 2009 में भगोरा की ओर से लोकसभा चुनाव में भरे गए नामांकन परिचय में अपनी संपत्ति 72 लाख बताई थी.

कटारा के तराजू में दोनों ही पत्नियां बराबर
भाजपा प्रत्याशी कटारा के नामांकन पत्र पर नजर डालें तो कटारा ही नहीं उनकी दोनों पत्नियां राधा देवी और काली देवी भी करोड़ों की आसामी है. अपनी दोनों पत्नियों के साथ पुत्रों निशांत और दर्शन को मिलाकर अपने परिवार की कुल 5 करोड़ 87 लाख रुपए की संपत्ति होना बताया गया है. इनमें 75 लाख रुपए की चल संपत्ति शामिल है.

कटारा के पास 11 लाख की टाटा सफारी 5 लाख का ट्रैक्टर और 11 लाख से अधिक कीमत का टैंकर व बेटे दर्शन के पास डेढ़ लाख रुपए की बाइक बताई गई है. कटारा परिवार सोने चांदी के जेवर का भी खास शौकीन है. कटारा के पास चेन अंगूठी और ब्रेसलेट सहित करीब 3 लाख कीमत के सोने के जेवर है.वहीं पत्नी राधा के नाम 38 तोला सोना और 3 किलोग्राम चांदी के जेवर दर्शाए गए हैं.

संपत्ति के मामले में कटारा की दूसरी पत्नी काली देवी भी कमतर नहीं कही जा सकती. उनके पास भी 36 तोला सोने के अलावा करीब 3 किलोग्राम चांदी के जेवर है. वहीं बेटे निशांत और दर्शन के पास तीन तीन तोले सोने की अंगूठी है. कुल मिलाकर पूरे परिवार के पास करीब 25 लाख कीमत के सोने चांदी के जेवर है.

अब अगर अचल संपत्ति पर नजर डाले तो इस मामले में भी कटारा काफी समृद्ध है. अपने पैतृक गांव के साथ डूंगरपुर जिले के अलावा जयपुर और उदयपुर में भी कटारा की जमीनें हैं. कनक मल के खुद के नाम 3 करोड़ 39 लाख, पत्नी राधा देवी के नाम 1 करोड़ 21 लाख तथा दूसरी पत्नी काली देवी के नाम 1 करोड़ 4 लाख और बेटे निशांत के पास 14 लाख और दर्शन के नाम 7 लाख की अचल संपत्ति दर्शाई गई है.

Intro:बांसवाड़ा। वागड़ अंचल अर्थात बांसवाड़ा और डूंगरपुर दोनों ही जिलों को प्रदेश के अन्य हिस्सों के मुकाबले विकास के मामले में कमजोर माना जाता है लेकिन बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों द्वारा करोड़पति लोगों पर दाव लगाया गया है। भाजपा ने जहां पूर्व राज्यसभा सदस्य और मंत्री कनक मल कटारा को पहली बार लोकसभा के लिए टिकट दिया है वहीं कांग्रेस द्वारा तीन बार सांसद रहे ताराचंद भगोरा पर फिर से विश्वास जताते हुए चौथी बार देश की सबसे बड़ी पंचायत तक पहुंचने का टिकट दिया है। दोनों ही प्रत्याशी आर्थिक रूप से बड़े मजबूत माने गए हैं। अपने नामांकन पत्र में पेश किए गए शपथ


Body:पत्रों से उनकी समृद्धि का पता चलता है। हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी भगोरा संपत्ति के मामले में कटारा से पीछे हैं। भगोरा द्वारा जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष पेश किए गए नामांकन पत्र में अपनी चल अचल संपत्ति का हवाला दिया गया है जिस में आश्चर्यजनक तरीके से पिछले 10 साल के दौरान उनकी संपत्ति बढ़कर 4 गुना तक पहुंच गई है। दोनों ही प्रत्याशियों की संपत्ति पर नजर डाले तो भगोरा 2 करोड 69 लाख रुपए संपत्ति के मालिक है। भगोरा ने अपने पास नकदी बैंक बैलेंस और आभूषण तथा वाहनों सहित अपने पास करीब 47 लाख 42 हजार 57 रुपए होना बताया है वहीं उनकी पत्नी मणि देवी की चल अचल संपत्ति करीब पौने 7 लाख रुपए आंकी गई है। हालांकि उनकी पत्नी मणि देवी कुल 73 लाख कीमत की संपदा की मालकिन है। आपको बता दें कि 2009 में भगोरा द्वारा लोकसभा चुनाव में भरे गए नामांकन परिचय में अपनी संपत्ति 72 लाख ₹80000 बताई थी।


Conclusion:कटारा के तराजू में दोनों ही पत्नियां बराबर
भाजपा प्रत्याशी कटारा के नामांकन पत्र पर नजर डालें तो कटारा ही नहीं उनकी दोनों पत्नियां राधा देवी और काली देवी भी करोड़ों की आसामी है। अपनी दोनों पत्नियों के साथ पुत्रों निशांत और दर्शन को मिलाकर अपने परिवार की कुल 5 करोड़ 8 7 लाख रुपए की संपत्ति होना बताया गया है। इनमें 75 लाख रुपए की चल संपत्ति शामिल है। कटारा के पास 11 लाख की टाटा सफारी 500000 का ट्रैक्टर और 11 लाख से अधिक कीमत का टैंकर व बेटे दर्शन के पास डेढ़ लाख रुपए की बाइक बताई गई है। कटारा परिवार सोने चांदी के जेवर का भी खास शौकीन है। कटारा के पास चेन अंगूठी और ब्रेसलेट सहित करीब ₹300000 कीमत के सोने के जेवर है वहीं पत्नी राधा के नाम 38 तोला सोना और 3 किलोग्राम चांदी के जेवर दर्शाए गए हैं। संपत्ति के मामले में कटारा की दूसरी पत्नी काली देवी भी कमतर नहीं कही जा सकती। उनके पास भी 36 तोला सोने के अलावा करीब 3 किलोग्राम चांदी के जेवर है वही बेटे निशांत और दर्शन के पास तीन तीन तोले सोने की अंगूठी है। कुल मिलाकर पूरे परिवार के पास करीब ₹2500000 कीमत के सोने चांदी के जेवर है। अब अगर अचल संपत्ति पर नजर डाले तो इस मामले में भी कटारा काफी समृद्ध है। अपने पैतृक गांव के साथ डूंगरपुर जिले के अलावा जयपुर और उदयपुर में भी कटारा की जमीनें हैं। कनक मल के खुद के नाम 3 करोड़ 39 लाख, पत्नी राधा देवी के नाम 1 करोड़ 21 लाख तथा दूसरी पत्नी काली देवी के नाम 1 करोड़ 400000 और बेटे निशांत के पास 1400000 तो दर्शन के नाम ₹700000 की अचल संपत्ति दर्शाई गई है।
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