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बांसवाड़ाः भाजपा और कांग्रेस का नए चेहरों पर दांव, कई नेताओं ने अपनाया बगावत का रास्ता - Banswara Municipal Election News

बांसवाड़ा नगर परिषद के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों की ओर से वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करते हुए नए चेहरों पर दांव खेला गया है. बता दें कि बांसवाड़ा नगर परिषद में कुल 60 वार्ड हैं जिनके लिए कुल 260 नामांकन पत्र भरे गए हैं.

बांसवाड़ा निकाय चुनाव नामांकन न्यूज, Banswara civic election nomination news
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Published : Nov 5, 2019, 11:05 PM IST

बांसवाड़ा. बांसवाड़ा नगर परिषद के चुनाव बड़े रोचक होते दिख रहे हैं. भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों की ओर से वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करते हुए नए चेहरों पर दांव खेला गया है. हालत यह है कि भाजपा निवर्तमान नगर परिषद सभापति मंजू बाला पुरोहित का टिकट काटने से भी नहीं चुकी. फिलहाल दोनों ही पार्टियों में भूचाल आया दिख रहा है. कई वरिष्ठ नेता बतौर निर्दलीय मैदान में कूद पड़े हैं.

बांसवाड़ा निकाय चुनाव में भाजपा और कांग्रेस का नए चेहरों पर दांव

भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस की ओर से भी बड़े स्तर पर चेहरे बदले गए हैं. हालांकि, मंगलवार को नाम निर्देशन पत्र जमा कराने की अंतिम तिथि होने के साथ ही दोपहर 3 बजे तक का समय निर्धारित था. लेकिन, बगावत की आशंका को देखते हुए किसी ने भी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की. वहीं, दोनों पार्टियों की सूची सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सूचियां जारी की गई जिन्हें देखकर वरिष्ठ नेताओं के चेहरे भी फक पड़ गए.

पढ़ें- निकाय चुनाव 2019: सांसद पुत्री का पार्षद का टिकट फाइनल, सभापति पद की हैं बड़ी दावेदार

कांग्रेस की सूची पर नजर डालें तो पार्टी के नगर परिषद में वर्तमान में 16 पार्षद है जिनमें से 12 पार्षदों को टिकट नहीं दिया गया. केवल 3 पार्षदों को फिर से मौका दिया गया है. इसी प्रकार भाजपा ने अपने 27 में से 21 पार्षदों के टिकट काट दिए और नए चेहरों पर दांव लगाया. इन सूचियों से दोनों ही पार्टियों में भूचाल आ गया और अंतिम दिन होने के कारण आनन-फानन में कई दावेदारों ने ताल ठोक दी. n

बता दें कि बांसवाड़ा नगर परिषद में कुल 60 वार्ड हैं जिनके लिए कुल 260 नामांकन पत्र भरे गए हैं. इस आधार पर औसत रूप से हर वार्ड में 4 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला होना माना जा रहा है. भाजपा और कांग्रेस के अलावा निर्दलीय भी बहुत कम माने जा रहे हैं. लेकिन, बगावती लोगों की ओर से अंतिम दौर में ताल ठोकने से यह संख्या बढ़ी है. किसी वार्ड में भाजपा तो किसी और में कांग्रेस अपने ही लोगों से दो-दो हाथ करती दिखाई देगी. भाजपा के वार्ड क्रमांक 27 से पार्षद महेश तेली और वार्ड 38 के पार्षद भूपेंद्र ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए निर्दलीय पर्चा दाखिल कर लिया है.

हालांकि, नाम निर्देशन पत्रों की जांच के बाद नाम वापसी का विकल्प दोनों ही दलों के पास मौजूद है. भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष मनोहर त्रिवेदी के अनुसार हमने प्रबंध समिति गठित कर दी है. उन्होंने कहा कि जो जहां भी जरूरत पड़ेगी वहां बगावत करने वालों से बातचीत करने का प्रयास करेगी. वहीं, कांग्रेस जिलाध्यक्ष चांदमल जैन का कहना है कि हमारी पार्टी में बगावत जैसी कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता अति उत्साहित हैं, ऐसे में कुछ लोग इस प्रकार का कदम उठा सकते हैं. लेकिन हमें विश्वास है कि उन्हें मना लिया जाएगा.

बांसवाड़ा. बांसवाड़ा नगर परिषद के चुनाव बड़े रोचक होते दिख रहे हैं. भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों की ओर से वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करते हुए नए चेहरों पर दांव खेला गया है. हालत यह है कि भाजपा निवर्तमान नगर परिषद सभापति मंजू बाला पुरोहित का टिकट काटने से भी नहीं चुकी. फिलहाल दोनों ही पार्टियों में भूचाल आया दिख रहा है. कई वरिष्ठ नेता बतौर निर्दलीय मैदान में कूद पड़े हैं.

बांसवाड़ा निकाय चुनाव में भाजपा और कांग्रेस का नए चेहरों पर दांव

भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस की ओर से भी बड़े स्तर पर चेहरे बदले गए हैं. हालांकि, मंगलवार को नाम निर्देशन पत्र जमा कराने की अंतिम तिथि होने के साथ ही दोपहर 3 बजे तक का समय निर्धारित था. लेकिन, बगावत की आशंका को देखते हुए किसी ने भी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की. वहीं, दोनों पार्टियों की सूची सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सूचियां जारी की गई जिन्हें देखकर वरिष्ठ नेताओं के चेहरे भी फक पड़ गए.

पढ़ें- निकाय चुनाव 2019: सांसद पुत्री का पार्षद का टिकट फाइनल, सभापति पद की हैं बड़ी दावेदार

कांग्रेस की सूची पर नजर डालें तो पार्टी के नगर परिषद में वर्तमान में 16 पार्षद है जिनमें से 12 पार्षदों को टिकट नहीं दिया गया. केवल 3 पार्षदों को फिर से मौका दिया गया है. इसी प्रकार भाजपा ने अपने 27 में से 21 पार्षदों के टिकट काट दिए और नए चेहरों पर दांव लगाया. इन सूचियों से दोनों ही पार्टियों में भूचाल आ गया और अंतिम दिन होने के कारण आनन-फानन में कई दावेदारों ने ताल ठोक दी. n

बता दें कि बांसवाड़ा नगर परिषद में कुल 60 वार्ड हैं जिनके लिए कुल 260 नामांकन पत्र भरे गए हैं. इस आधार पर औसत रूप से हर वार्ड में 4 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला होना माना जा रहा है. भाजपा और कांग्रेस के अलावा निर्दलीय भी बहुत कम माने जा रहे हैं. लेकिन, बगावती लोगों की ओर से अंतिम दौर में ताल ठोकने से यह संख्या बढ़ी है. किसी वार्ड में भाजपा तो किसी और में कांग्रेस अपने ही लोगों से दो-दो हाथ करती दिखाई देगी. भाजपा के वार्ड क्रमांक 27 से पार्षद महेश तेली और वार्ड 38 के पार्षद भूपेंद्र ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए निर्दलीय पर्चा दाखिल कर लिया है.

हालांकि, नाम निर्देशन पत्रों की जांच के बाद नाम वापसी का विकल्प दोनों ही दलों के पास मौजूद है. भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष मनोहर त्रिवेदी के अनुसार हमने प्रबंध समिति गठित कर दी है. उन्होंने कहा कि जो जहां भी जरूरत पड़ेगी वहां बगावत करने वालों से बातचीत करने का प्रयास करेगी. वहीं, कांग्रेस जिलाध्यक्ष चांदमल जैन का कहना है कि हमारी पार्टी में बगावत जैसी कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता अति उत्साहित हैं, ऐसे में कुछ लोग इस प्रकार का कदम उठा सकते हैं. लेकिन हमें विश्वास है कि उन्हें मना लिया जाएगा.

Intro:बांसवाड़ाl बांसवाड़ा नगर परिषद के चुनाव बड़े रोचक होते दिख रहे हैंl भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों द्वारा वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करते हुए नए चेहरों पर गांव खेला गया हैl हालत यह है कि भाजपा तो निवर्तमान नगर परिषद सभापति मंजू बाला पुरोहित का टिकट काटने से भी नहीं चुकी फिलहाल दोनों ही पार्टियों में भूचाल आया दिख रहा हैl कई वरिष्ठ नेता बतौर निर्दलीय मैदान में कूद पड़े हैंl


Body:सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि भाजपा के साथ साथ कांग्रेस द्वारा भी बड़े स्तर पर चेहरे बदले गए हैंl हालांकि आज नाम निर्देशन पत्र जमा कराने की अंतिम तिथि होने के साथ ही दोपहर 3:00 बजे तक का समय निर्धारित था लेकिन बगावत की आशंका को देखते हुए किसी ने भी अपने प्रत्याशियों की सूचना जारी नहीं कीl अंततः सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सूचियां जारी की गई जिन्हें देखकर वरिष्ठ नेताओं के चेहरे भी फक पड़ गए। कांग्रेस की सूची पर नजर डालें तो पार्टी के नगर परिषद में वर्तमान में 16 पार्षद है जिनमें से 12 पार्षदों को टिकट नहीं दिया गया। केवल 3 पार्षदों को फिर से मौका दिया गया।


Conclusion:इसी प्रकार भाजपा ने अपने 27 में से 21 पार्षदों के टिकट काट दिए और नए चेहरों पर दांव लगाया। इन सूचियों से दोनों ही पार्टियों में भूचाल आ गया और अंतिम दिन होने के कारण आनन-फानन में कई दावेदारों ने ताल ठोक दी। बगावत की आंच बांसवाड़ा नगर परिषद में कुल 60 वार्ड है जिनके लिए कुल 260 नामांकन पत्र भरे गए हैं। इस आधार पर औसत रूप से हर वार्ड में 4 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला होना माना जा रहा है। भाजपा और कांग्रेस के अलावा निर्दलीय भी बहुत कम माने जा रहे हैं लेकिन बगावती लोगों द्वारा अंतिम दौर में ताल ठोकने से यह संख्या बढ़ी है। किसी वार्ड में भाजपा तो किसी और में कांग्रेस अपने ही लोगों से दो-दो हाथ करती दिखाई देगी। भाजपा के वार्ड क्रमांक 27 से पार्षद महेश तेली और वार्ड 38 के पार्षद भूपेंद्र भाई ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए निर्दलीय पर्चा दाखिल कर लिया है। हालांकि नाम निर्देशन पत्रों की जांच के बाद नाम वापसी का विकल्प दोनों ही दलों के पास मौजूद है। लेकिन एक बात सही है कि बगावत से दोनों ही दलों के नेता चुनाव परिणामों को लेकर खासे सहमे हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष मनोहर त्रिवेदी के अनुसार हमने प्रबंध समिति गठित कर दी है जो जहां भी जरूरत पड़ेगी वहां बगावत करने वालों से बातचीत करने का प्रयास करेगी। वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष चांदमल जैन का कहना है कि हमारी पार्टी में बगावत जैसी कोई बात नहीं है। कार्यकर्ता अति उत्साहित है ऐसे में कुछ लोग इस प्रकार का कदम उठा सकते हैं लेकिन हमें विश्वास है कि उन्हें मना लिया जाएगा। बाइट.... मनोहर त्रिवेदी अध्यक्ष जिला भाजपा चांदमल जैन अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी
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