बांसवाड़ा. राज्य सरकार द्वारा राज्य की सीमाएं एक बार फिर से सील कर दी गई है. इसके पीछे का कारण विधायकों की खरीद-फरोख्त को बताया जा रहा है. वहीं, एसओजी द्वारा अपनी प्राथमिकी में बांसवाड़ा के दो विधायकों का उल्लेख करने के बाद बांसवाड़ा की सीमाएं काफी महत्वपूर्ण हो गई है. क्योंकि मध्यप्रदेश एवं गुजरात यहां से काफी निकट है और दोनों ही राज्यों में भाजपा की सरकार है. सरकार के आदेशों के तुरंत बाद देर रात इन दोनों ही राज्यों से लगने वाले बॉर्डर को सील कर दिया गया.
इसके लिए रविवार को जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह खुद बागीदौरा क्षेत्र में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने गुजरात एवं मध्य प्रदेश सीमा पर लगाई गई चेक पोस्ट का निरीक्षण किया. इसके बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर नरेश बुनकर के साथ कलेक्टर मोना डूंगर चेक पोस्ट और आनंदपुरी के मानगढ़ धाम के पोस्ट पर पहुंचे. जहां उन्होंने वहां तैनात कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों से प्रत्येक आने-जाने वाले व्यक्ति की स्क्रीनिंग करने के साथ-साथ उनके रिकॉर्ड रखने की बात कही.
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पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सिंह सागर ने बताया कि बांसवाड़ा जिले से लगने वाली गुजरात और मध्य प्रदेश की सीमा पर विशेष चेकपोस्ट कायम की गई है. इन चेक पोस्ट पर बाहर से आने वाले लोगों के दस्तावेज चेक किए जा रहे हैं. वहीं, पासधारियों को ही प्रदेश से बाहर जाने की अनुमति दी जा रही है.
SOG की प्राथमिकी में 2 विधायकों के नाम...
बता दें कि विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में एसओजी द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई है. जिसमें कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया कौर और बागीदौरा विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय के नाम का उल्लेख किया गया है. इसके बाद से ही बांसवाड़ा जिले की सीमाएं भी इस मामले को देखते हुए काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं.