बांसवाड़ा. लॉकडाउन के बढ़ने की घोषणा होने के बाद जिले में व्यवस्थाओं को सुचारू बनाए रखने के लिए नगर परिषद बोर्ड के सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी ने बुधवार को बैठक बुलाई. बैठक में लॉकडाउन के दौरान की गई व्यवस्थाओं की जानकारी देने के साथ-साथ लॉकडाउन 2.0 के दौरान जरूरतमंद लोगों तक भोजन पहुंचाने की व्यवस्था को जारी रखने का निर्णय लिया गया. साथ ही वार्ड पार्षदों ने इन व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए अपने-अपने क्षेत्र मे मदद के लिए भामाशाह का सहयोग दिलवाने का भी आश्वासन दिया है.
अचानक बुलाई गई इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभापति ने लॉकडाउन के दौरान परिषद ने जो व्यवस्था की थी, उनकी जानकारी दी. बताया कि, लॉकडाउन के दौरान वार्ड पार्षदों के सहयोग से 26 सौ जरूरतमंद परिवारों तक खाद्य सामग्री के किट पहुंचाए गए. ये सब परिवार खाद्य सुरक्षा बीपीएल और अंत्योदय श्रेणी मैं आने वाले परिवारों के अतिरिक्त है. इसके अलावा जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है, अत्यंत गरीब और असहाय हैं, ऐसे लगभग 400 परिवारों को भी खाद्य सामग्री के किट पहुंचाए गए. इसके अलावा परिषद ने अपने स्तर पर रसद विभाग और विभिन्न सामाजिक संगठनों के सहयोग से करीब 11 हजार लोगों को भोजन पैकेट उपलब्ध कराए गए.
पढ़ेंः मां का दर्दः साहब...कोरोना में बेरोजगार हो गए, अब कोई दे जाता है तो बच्चों को खिला देते हैं
सभापति ने इस सहयोग के लिए शहर के भामाशाह का आभार जताते हुए कहा कि, सरकार के निर्देशानुसार जन स्वास्थ्य से जुड़े प्रत्येक कर्मचारी को 1 हजार की सहयोग राशि प्रदान की गई. लॉकडाउन 2.0 में भी अपनी कार्ययोजना जारी रखेंगे और जरूरतमंद व्यक्ति को भूखा नहीं रहने दिया जाएगा. जिसके लिए हमे करीब हजार खाद्य सामंग्री के किट की जरूरत होगी.
बैठक के दौरान पार्षदों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठते हुए सर्वसम्मति से इसके लिए भामाशाह तैयार करने का आश्वासन दिया है. वहीं स्थानीय विधायक के अलावा लोकसभा सदस्य से भी अपने अपने मद से पाच-पाच लाख रुपए की सिफारिश करने का अनुरोध करने पर सहमति व्यक्त की गई. इस राशि से परिषद जरूरतमंदों के लिए खाद्य सामग्री और वजन की व्यवस्था करेगा. बैठक में कांग्रेस के अलावा भाजपा के प्रमुख नेता और पार्षद ओम पालीवाल, महावीर वोहरा, चंकी शाह, परिषद आयुक्त प्रभुलाल भाबोर और सलाहकार दिलीप गुप्ता भी मौजूद थे.