बांसवाड़ा. हिन्दू संप्रदाय में मुहूर्त का बहुत ही ज्यादा महत्व होता है. हर काम मुहूर्त से किए जाने की मान्यता रही है. लेकिन इस मुहूर्त के कारण बांसवाड़ा नगर परिषद में वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ने की मंशा रखने वाले एक नेता चुनावी मैदान अपना पर्चा भी नहीं भर पाए. दरअसल, नेता जी ने अपने मुहूर्त के अनुसार दोपहर 3 बजे रिटर्निंग ऑफिसर के कमरे में जैसे ही कदम रखा. वहां खड़े सुरक्षा गार्डों ने समय हो जाने के कारण गेट बंद कर दिया, जिससे नेता सुरेश नागर मैदान में कूदने से पहले ही मैदान से बाहर हो गए.
बता दें कि यह रोचक पहलू मंगलवार को रिटर्निंग ऑफिसर बांसवाड़ा कार्यालय के बाहर देखने को मिला. भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश नागर वार्ड क्रमांक 9 से चुनाव लड़ने के लिए अपना पर्चा लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. इसके लिए वह दोपहर में ही कलेक्ट्रेट आ गए ताकि आवश्यक कागजी कार्रवाईयों को भी अंतिम रूप दिया जा सके. उनकी यह तमाम कागजी कार्रवाई दोपहर 2 बजे तक पूरी हो चुकी थी. कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद नागर रिटर्निंग ऑफिसर कक्ष के बाहर भी पहुंच गए. उनके सामने कई लोगों ने नामांकन पत्र भरा भी, लेकिन नागर फार्म भरने के लिए रिटर्निंग ऑफिसर कक्ष में नहीं गए.
नागर रिटर्निंग ऑफिसर के कक्ष के बाहर दीवार घड़ी पर नजरें गड़ाए रहे. वहीं, घड़ी के सेकेंड का कांटा जैसे ही 3:00 पर पहुंचा उन्होंने कक्ष में कदम रख दिया. लेकिन दुर्भाग्य से उसी समय वहां उपस्थित सुरक्षा गार्डों ने दरवाजा बंद कर दिया. बता दें कि पूर्व पार्षद नागर ने गार्डों के सामने खूब दुहाई की, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई और अंततः मायूसी के साथ नेता जी को बाहर निकलना पड़ा.
निर्दलीय उम्मीदवार सुरेश नागर ने बताया कि पंडित की ओर से पर्चा भरने के लिए 3 बजे का समय निकाया गया था. उन्होंने बताया कि मैं उसी अनुसार फार्म भरने के लिए ठीक 3 बजे रिटर्निंग ऑफिसर के कक्ष में कदम रखा था. लेकिन सुरक्षा गार्डों ने उसी समय गेट बंद कर दिया. वहीं, इसे लेकर लोगों में काफी समय तक चर्चा होती रही. बता दें कि नगर के वार्ड से भाजपा की ओर से पूर्व मंत्री भवानी जोशी के बेटे को मैदान में उतारा गया है. इसे देखते हुए नागर बतौर निर्दलीय वार्ड क्रमांक 9 से नामांकन पर्चा भरने पहुंचे थे.