बांसवाड़ा. कुशलगढ़ के बाद कोरोना वायरस अब बांसवाड़ा शहर में अपना असर दिखा रहा है. शहर के दो लोगों में इसकी पुष्टि के साथ जिला प्रशासन की नींद उड़ गई है. अब तक शहर को सुरक्षित माना जा रहा था लेकिन, धीरे-धीरे संक्रमण के शिकार लोग उभर कर सामने आ रहे हैं. इसे लेकर शहर के लोगों में भी अजीब तरह का भय घर करता जा रहा है. पिछले 36 घंटे में भी 3 नए रोगी सामने आए हैं. वहीं, इन सभी का किसी न किसी प्रकार का मुंबई से कांटेक्ट जुड़ा हुआ है. इनमें से दो रोगी तो खुद मुंबई से आए थे. इसे देखते हुए अब प्रशासन की नजर पूरी तरह से प्रवासियों पर है.
शहर में यह दूसरा मामला सूर्या नंद नगर का है. जहां एक 32 वर्षीय महिला के पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मचा हुआ है. क्योंकि पिछले 10 दिन से इस महिला के संपर्क में बड़ी संख्या में लोग आए हैं. ये महिला अपने भाई और दो बच्चों के साथ 3 मई को मुंबई से लौटी थी और आने के बाद समाज, मोहल्ले और रिश्तेदारों के संपर्क में आई. हैरानी वाली बात ये है कि, उक्त महिला ने होम क्वॉरेंटाइन के नियमों का भी पालन नहीं किया और अपने बच्चों को नानी के पास शहर कि एक अन्य कॉलोनी में भेज दिया. 2 दिन पहले महिला की तबीयत खराब होने के बाद संदेह के आधार पर उसका सैंपल लिया गया था. जैसे ही महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो, प्रशासन सतर्क हो उठा और चिकित्सा विभाग ने महिला के पति और दोनों बच्चों को अस्पताल में क्वॉरेंटाइन कर दिया.
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चिकित्सा विभाग की पड़ताल में सामने आया कि, महिला अपने सास-ससुर के के साथ रह रही थी और मकान में कुछ किराएदार भी रहे रहे हैं. जैसे-जैसे पूछताछ की जा रही है वैसे-वैसे संपर्क में आने वाले लोगों की सूची भी बढ़ती जा रही है. वहीं, उपखंड अधिकारी पर्वत सिंह चुंडावत ने बताया कि क्षेत्र कंटेनमेंट जोन में ले लिया गया है और धारा-144 के तहत कर्फ्यू की घोषणा कर दी गई है.
आपको बता दें कि, इससे पहले खांडू कॉलोनी के एक वृद्ध की अहमदाबाद में कराई गई जांच में कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. शहर में कोरोना का ये तीसरा मामला है.