बांसवाड़ा. शहर के साथ-साथ अब गांवों में भी कोरोना वायरस तेजी से लोगों को अपनी गिरफ्त में लेता जा रहा है. बांसवाड़ा शहर में पांच संदिग्ध रोगी संक्रमित पाए गए हैं. वहीं, 10 अन्य ग्रामीण क्षेत्र के लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. लगातार बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए चिकित्सा विभाग घर पर ही आइसोलेट का विकल्प अपनाने जा रहा है. इसके तहत पहली बार एक डॉक्टर सहित 6 कोरोना मरीजों को आइसोलेट किया गया है.
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डॉ. अश्विन पाटीदार ने बताया कि गत दिनों कोट निवासी एक शिक्षक पॉजिटिव आया था. उसके संपर्क में आने वाले दो अन्य शिक्षकों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है. इनमें से एक शिव पुराण का निवासी है. वहीं दूसरा शिक्षक 26 जुलाई को बीमार हुआ था. 28 जुलाई को डॉ. राजेंद्र लड्ढा के पास चेकअप कराया. इसके बाद शिक्षक उपचार के लिए बड़ौदा चला गया. महात्मा गांधी चिकित्सालय के एक चिकित्सक की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिन्हें 3 अगस्त से बुखार और गले में खराश की शिकायत थी.
इसी प्रकार प्रतापपुर में 6 और घड़ी कोडन घाटोल छोटा डूंगरा में एक-एक पॉजिटिव केस सामने आया है. गढ़ी प्रतापपुर में एक ही परिवार के नए पॉजिटिव केस आए हैं. पूर्व में एक बुजुर्ग संक्रमित मिला था. बांसवाड़ा में नए संक्रमित होने वालों में एक 63 वर्षीय एसबीआई का सेवानिवृत्त कर्मचारी भी है, जो ठेका पर काम कर रहा है और गांव में कस्टमर सर्विस सेंटर पर निरीक्षण करने जाता रहा है. इसे देखते हुए संबंधित गांव के सैंपल की प्रक्रिया तेज की जाएगी.
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पीएमओ डॉ. अनिल भाटी ने बताया कि संक्रमित डॉक्टर, 2 शिक्षकों के साथ अन्य रोगियों को होम आइसोलेटेड किया गया है. गाइडलाइन की पालना करने में सक्षम लोगों को यह फैसिलिटी भी दी जा सकती है, लेकिन इससे पहले स्थानीय चिकित्सकों की टीम उनके घर का दौरा करेगी और उसके बाद ही तय होगा कि उसे होम आइसोलेशन में रखा जा सकता है या नहीं. इसके लिए घर पर अलग से हवादार कमरा स्वच्छ शौचालय होना अनिवार्य हैं. बता दें कि जिले में 15 नए संक्रमित रोगियों के साथ ही पॉजिटिव रोगियों की संख्या बढ़कर 251 तक पहुंच गई है.