बानसूर (अलवर). जिले के बानसूर कस्बे में मंगलवार को करंट की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई. यह घटना उस वक्त हुई, जब युवक ई रिक्शा लेकर खेत की ओर जा रहा था. इस बीच वो हाई वोल्टेज तार की चपेट में आ गया, जिसमें उसकी मौत हो गई. मृतक युवक की शिनाख्त 22 वर्षीय सिद्धार्थ के रूप में हुई है. हादसे के बाद परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया. उनका ये प्रदर्शन करीबन ढाई घंटे तक चला.
पुलिस ने बताया कि हादसे के बाद नाराज परिजनों ने अलवर कोटपूतली बाईपास रोड पर जाम लगा दिया और मौके पर शव को रख करीब ढाई घंटे तक विरोध प्रदर्शन किए. इधर, रोड जाम की सूचना पर करीब एक घंटे बाद बानसूर प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. जिसमें बानसूर डीएसपी सुनील जाखड़, थानाधिकारी हेमराज सिंह, पालिका चेयरमैन प्रतिनिधि सज्जन मिश्रा, प्रधान प्रतिनिधि सुभाष यादव, बहुजन समाजवादी पार्टी के नेता मुकेश यादव, विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता राजीव विराना और सहायक अभियंता सीएस मीणा शामिल रहे. जिन्होंने प्रदर्शन कर रहे परिजनों व ग्रामीणों की मांगें सुनी.
इसे भी पढ़ें - बाड़मेर: हाईटेंशन बिजली के तार की चपेट में आने से मजदूर की मौत का मामला, 24 घंटे बाद परिजनों ने उठाया शव
इस दौरान परिजनों ने दोषी विद्युत अधिकारियों के खिलाफ अविलंब कार्रवाई की मांग के साथ ही मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना से 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद व विद्युत विभाग से 5 लाख की मांग सहित मृतक की पत्नी को संविदा और राज्यकर्मी बनाने की मांग की. वहीं, इन सभी मांगों पर सहमति जताते हुए आला अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया, जिसके बाद जाम खोला गया. इसके अलावा विद्युत विभाग से ढीली तारों को दुरुस्त करने के साथ ही ट्रांसफार्मरों को रोड से हटाने की मांग भी की गई. इसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया, जिसके बाद परिजनों को शव सुपुर्द कर दिया गया.
बता दें कि परिजनों ने नगरपालिका व विद्युत विभाग के कर्मचारियों समेत अन्य पर आरोप लगाया है. आरोप में कहा गया कि नगरपालिका बनने के बाद भी कस्बे में हाई वोल्टेज तारों का जाल बिछा हुआ है. जिससे आए दिन हादसे होते रहते हैं.