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अलवर में महिलाओं का धरना, DC का भी रोका रास्ता, धरना जारी

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Published : Jun 2, 2023, 12:34 PM IST

Updated : Jun 2, 2023, 2:17 PM IST

अलवर में पानी की समस्या को लेकर महिलाएं एक बार फिर सड़क पर उतर गई हैं. इस बार उन्होंने जिला कलक्टर के वाहन को भी रोका. साथ ही ऐलान किया कि जब तक पानी नहीं तब तक घर नहीं जाएंगे. जाम से परेशान लोगों ने भी महिलाओं को समर्थन किया है.

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अलवर. अलवर में पानी की समस्या दिनोंदिन विकराल होती जा रही है. शहर में 3 से 4 दिनों में एक बार पानी का सप्लाई किया जा रहा है. बिगड़ते हालात के बीच कच्ची बस्तियों में हालात कुछ ज्यादा ही खराब है. अलवर के सोनावा डूंगरी क्षेत्र में पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए पार्षद ने एक पानी की टंकी की व्यवस्था की, लेकिन जलदाय विभाग के अधिकारी उसमें पानी का कनेक्शन देने के लिए तैयार नहीं हैं. ऐसे में परेशान लोगों ने शहर के भवानी चौराहे पर सड़क जामकर अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला कलेक्टर का भी रास्ता रोक दिया. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक वे (महिलाएं) सड़क पर ही बैठी रहेंगी.

सोनावा डूंगरी की पार्षद ने बताया कि उनके क्षेत्र में पानी की बड़ी समस्या है. लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है. कई बार जलदाय विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को पानी की समस्या से अवगत कराया परंतु हालात में कोई सुधार नहीं हुआ. ऐसे में स्थानीय लोगों की जरूरत को देखते हुए एक पानी की टंकी की व्यवस्था की गई. लेकिन जलदाय विभाग के अधिकारी टंकी में पानी का कनेक्शन नहीं दे रहे हैं. स्थानीय लोगों ने कहा कि कुछ घरों के चक्कर में पूरा मोहल्ला प्रभावित हो रहा है. जलदाय विभाग के कर्मचारी उन लोगों से मिले हुए हैं. इसलिए क्षेत्र में पानी की समस्या विकट बनी हुई है. पानी की टंकी लगने से टंकी से ही लोग पानी भरेंगे. सरकारी टैंकर से टंकी को रिफिल करने की भी व्यवस्था होगी. पानी की टंकी की व्यवस्था होने के बाद भी उसमें कनेक्शन नहीं जोड़ा जा रहा है. जबकि इस टंकी को सरकारी जमीन पर रखा गया है.

जाम के दौरान मौके से गुजर रहे नगर परिषद आयुक्त के वाहन को भी महिलाओं ने रोक दिया. हालांकि आयुक्त ने महिलाओं से बात करके उनको समझाने का प्रयास किया परंतु महिलाओं ने बात करने से साफ मना कर दिया. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. नगर परिषद आयुक्त ने कहा कि बिना पूर्व सूचना के जाम लगाने वाले लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज होनी चाहिए और सख्त कार्रवाई किया जाना चाहिए.

पढ़ें पानी की किल्लतः महिलाओं ने पीएचईडी कार्यालय में फोड़े पानी के मटके और धोए कपड़े

जाम के कारण वहां से गुजरने वाले लोग खासे परेशान दिखे. लोगों ने कई बार अपने वाहन निकालने का प्रयास किया, लेकिन महिलाओं ने उन्हें निकलने नहीं दिया. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारी महिलाओं के बीच भी कई बार धक्का-मुक्की व कहा सुनी भी हुई. पुलिसकर्मी महिलाओं को हटाने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन महिलाओं ने हटने से साफ मना कर दिया. कई घंटों तक तक जाम के हालात बने रहे. हालांकि मौके पर आला अधिकारियों के पहुंचने के बाद भी महिलाओं ने जाम नहीं खोला है.

जिले में पानी की सप्लाई की समस्या है खराब : अलवर में पानी की समस्या दिनोंदिन खराब हो रहे हैं. पूरा जिला ट्यूबवेल पर निर्भर है. एक तरफ ट्यूबवेल सूख रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ जनप्रतिनिधि और अधिकारी झूठे वादे करने में लगे हैं. कांग्रेस सरकार ने चंबल से पानी लाने की बात कही थी. तो उसके बाद ईसरदा बांध से पानी लाने के लिए प्रस्ताव तैयार किए गए हैं. परंतु लेकिन अभी तक किसी भी योजना पर कोई प्रगति नहीं हुई है. हाल ही में अलवर सांसद ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5,000 करोड़ का बजट पानी के लिए दिया है. जिससे आम लोगों को पीने का पानी मिलेगा. उन्होंने कहा कि चंबल से पानी लाने की योजना पर जल्द काम शुरू होगा. बता दें कि ईसरदा बांध राजस्थान के टोंक जिले में एक निर्माणाधीन बांध प्रोजेक्ट है.

अलवर. अलवर में पानी की समस्या दिनोंदिन विकराल होती जा रही है. शहर में 3 से 4 दिनों में एक बार पानी का सप्लाई किया जा रहा है. बिगड़ते हालात के बीच कच्ची बस्तियों में हालात कुछ ज्यादा ही खराब है. अलवर के सोनावा डूंगरी क्षेत्र में पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए पार्षद ने एक पानी की टंकी की व्यवस्था की, लेकिन जलदाय विभाग के अधिकारी उसमें पानी का कनेक्शन देने के लिए तैयार नहीं हैं. ऐसे में परेशान लोगों ने शहर के भवानी चौराहे पर सड़क जामकर अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला कलेक्टर का भी रास्ता रोक दिया. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक वे (महिलाएं) सड़क पर ही बैठी रहेंगी.

सोनावा डूंगरी की पार्षद ने बताया कि उनके क्षेत्र में पानी की बड़ी समस्या है. लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है. कई बार जलदाय विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को पानी की समस्या से अवगत कराया परंतु हालात में कोई सुधार नहीं हुआ. ऐसे में स्थानीय लोगों की जरूरत को देखते हुए एक पानी की टंकी की व्यवस्था की गई. लेकिन जलदाय विभाग के अधिकारी टंकी में पानी का कनेक्शन नहीं दे रहे हैं. स्थानीय लोगों ने कहा कि कुछ घरों के चक्कर में पूरा मोहल्ला प्रभावित हो रहा है. जलदाय विभाग के कर्मचारी उन लोगों से मिले हुए हैं. इसलिए क्षेत्र में पानी की समस्या विकट बनी हुई है. पानी की टंकी लगने से टंकी से ही लोग पानी भरेंगे. सरकारी टैंकर से टंकी को रिफिल करने की भी व्यवस्था होगी. पानी की टंकी की व्यवस्था होने के बाद भी उसमें कनेक्शन नहीं जोड़ा जा रहा है. जबकि इस टंकी को सरकारी जमीन पर रखा गया है.

जाम के दौरान मौके से गुजर रहे नगर परिषद आयुक्त के वाहन को भी महिलाओं ने रोक दिया. हालांकि आयुक्त ने महिलाओं से बात करके उनको समझाने का प्रयास किया परंतु महिलाओं ने बात करने से साफ मना कर दिया. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. नगर परिषद आयुक्त ने कहा कि बिना पूर्व सूचना के जाम लगाने वाले लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज होनी चाहिए और सख्त कार्रवाई किया जाना चाहिए.

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जाम के कारण वहां से गुजरने वाले लोग खासे परेशान दिखे. लोगों ने कई बार अपने वाहन निकालने का प्रयास किया, लेकिन महिलाओं ने उन्हें निकलने नहीं दिया. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारी महिलाओं के बीच भी कई बार धक्का-मुक्की व कहा सुनी भी हुई. पुलिसकर्मी महिलाओं को हटाने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन महिलाओं ने हटने से साफ मना कर दिया. कई घंटों तक तक जाम के हालात बने रहे. हालांकि मौके पर आला अधिकारियों के पहुंचने के बाद भी महिलाओं ने जाम नहीं खोला है.

जिले में पानी की सप्लाई की समस्या है खराब : अलवर में पानी की समस्या दिनोंदिन खराब हो रहे हैं. पूरा जिला ट्यूबवेल पर निर्भर है. एक तरफ ट्यूबवेल सूख रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ जनप्रतिनिधि और अधिकारी झूठे वादे करने में लगे हैं. कांग्रेस सरकार ने चंबल से पानी लाने की बात कही थी. तो उसके बाद ईसरदा बांध से पानी लाने के लिए प्रस्ताव तैयार किए गए हैं. परंतु लेकिन अभी तक किसी भी योजना पर कोई प्रगति नहीं हुई है. हाल ही में अलवर सांसद ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5,000 करोड़ का बजट पानी के लिए दिया है. जिससे आम लोगों को पीने का पानी मिलेगा. उन्होंने कहा कि चंबल से पानी लाने की योजना पर जल्द काम शुरू होगा. बता दें कि ईसरदा बांध राजस्थान के टोंक जिले में एक निर्माणाधीन बांध प्रोजेक्ट है.

Last Updated : Jun 2, 2023, 2:17 PM IST
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