बहरोड़ (अलवर). बहरोड़ के बिचपुरी गांव में बिल्डर और किसानों के बीच जमीन के कब्जे को लेकर चल रहे विवाद में शनिवार को नया मोड़ आ गया. जहां पर विवादित जमीन को लेकर ग्रामीणों की ओर से मौके पर टेंट लगाकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा था. शनिवार की शाम को कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और टेंट को उखाड़ फेंका. पुलिस ने एक युवक को हिरासत में भी लिया. जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया और सैकड़ों की संख्या में जुटे ग्रामीणों ने नीमराणा थाने का घेराव कर लिया. प्रदर्शनकारियों को समर्थन देने पहुंचे भाजपा नेता जसवंत सिंह ने प्रदेश सरकार और कांग्रेस विधायकों को लेकर बेहद आपत्तिजनक बयान दिया.
'कांग्रेस है गिरवी': इस मामले को लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ जसवंत सिंह यादव ने विवादित बयान दिया. जसंवत सिंह ने कहा कि कांग्रेस बलजीत सिंह के पास गिरवी रखी गई है और मुख्यमंत्री महागिरवी हैं. तभी अपने विधायकों के खिलाफ एक शब्द नहीं बोल पा रहे हैं. इससे बड़ी नाकामी एक मुख्यमंत्री के लिए क्या होगी? उन्होंने कहा कि विधायकों को लूट मचाने की खुला आदेश दे रखा है. हैरानी की बात ये रही कि जिस समय पूर्व मंत्री कांग्रेस पर अटैक कर रहे थे उस समय वहां कांग्रेस के नेता भी मौजूद थे.
बहरोड़ विधायक पर लगाए गंभीर आरोप: जसवंत सिंह ने बहरोड़ विधायक बलजीत यादव पर आरोप लगाया कि बिल्डर के साथ मिलकर ग्रामीणों की जमीन को बेच दिया. भाजपा नेता ने भरोसा दिलाया कि वो सारी जमीन खाली कराकर लौटाएंगे. साथ ही दावा किया कि जमीन के एवज में जिले के विधायक ने बिल्डर्स से करोड़ों रुपए लिए हैं. उन्होंने कहा कि बहरोड़ क्षेत्र में कानून नाम की कोई चीज नहीं है. यहां प्रशासन के लोग सरेआम जनता को लूट रहे हैं.
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नहीं बनी बात: इससे पहले धरने की सूचना लगते ही पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी मौके पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश करने लगे. लेकिन ग्रामीणों ने पुलिस से एक ही मांग रखी कि पकड़े गए युवक को पुलिस छोड़े, जिसके बाद वो धरने से हटेंगे. लेकिन पुलिस प्रशासन के की ओर पकड़े गए युवक को नहीं छोड़ा गया. धरना प्रदर्शन की सूचना लगते ही कांग्रेस बीजेपी के नेता मौके पर पहुंचे और पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध जताने लगे. धरना प्रदर्शन पूरी रात चलता रहा.
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ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से बिल्डर जबरन उनकी जमीन पर कब्जा करना चाहता है, जबकि जमीन की रजिस्ट्री सबसे पहले से ग्रामीणों की है. लेकिन प्रशासन से मिलीभगत कर गांव की जमीन पर कब्जा किया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि जब तक हमारी जमीन वापस नहीं देते तब तक हम थाने के सामने धरना देते रहेंगे.