अलवर. मौसम के चलते फसलों में होने वाले नुकसान को देखते हुए कृषि विभाग ने अलवर जिले में नया नवाचार किया है. कृषि विभाग की तरफ से पहली बार ड्रोन से गेहूं की फसल पर यूरिया व दवाई का छिड़काव किया गया है. साथ ही इस तकनीक के बारे में किसानों को भी जानकारी दी गई. इसके अलावा किसानों को समय के साथ खेती में होने वाले बदलाव की भी कृषि विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी.
तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. ऐसे में पाला पड़ रहा है. इससे गेहूं की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है. गेहूं की फसल के नुकसान को कम करने के लिए कृषि विभाग की तरफ से जिले में कुछ नए नवाचार किए गए हैं. जिले के जातपुर व धनखेड़ा गांव में 20 हेक्टेयर फसल में नैनो यूरिया का छिड़काव किया गया. इस मौके पर 182 से ज्यादा किसान मौजूद रहे. उन्होंने इस तकनीक को समझाया गया. कृषि कंपनियों की मदद से दूसरे राज्य से विशेष ड्रोन मंगवाया गया. इस ड्रोन की मदद से फसलों पर छिड़काव की प्रक्रिया की गई. अलवर जिला कलेक्टर डॉ जितेंद्र सोनी ने बटन दबाकर इस प्रक्रिया को शुरू किया. इस मौके पर जिले के सभी अधिकारी कृषि विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक छोटे लाल यादव ने बताया कि तकनीक की मदद से कृषि में किसानों को फायदा मिलता है. ड्रोन कम समय में खेती में ज्यादा काम करता है. इसलिए किसानों को ड्रोन के बारे में जानकारी दी गई. साथ ही उस से होने वाले फायदे भी बताए गए. उन्होंने कहा कि मॉडर्न खेती आवश्यक है. समय के साथ खेती के तरीकों में भी बदलाव हुआ है. थोड़ी सी सावधानी किसान को बड़ा नुकसान पहुंचाने से बचा सकती है. इसके लिए किसान को कृषि विभाग की तरफ से जारी गाइडलाइन पर ध्यान देने की आवश्यकता है.