भिवाड़ी (अलवर). जिले के भिवाड़ी में एक अंधे पिता की दास्तान उस समय सामने आई जब वह अपनी मदद के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा. जहां पीड़ित पिता ने भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक को अपनी आपबीती सुनाई.
बता दें कि भिवाड़ी में हेतराम चौक पर स्थित एक इंटरप्राइजेज के मालिक ईश्वर प्रसाद गुप्ता की है. जिन्हें अपने ही घर से लगातार मिल रही प्रताड़ना से आहत होकर लगभग दो साल पहले उनको घर छोड़ना पड़ा. जिसके बाद ईश्वर प्रसाद अपने एक रिश्तेदार के घर रहने लगा. ईश्वर प्रसाद गुप्ता बताते हैं कि लगभग 2 वर्ष पूर्व किसी बीमारी के कारण उनकी दोनों आंखों की रोशनी चली गई थी, जिसके कारण वह देख नहीं सकते.
पीड़ित के अनुसार ऐसी स्थिति में उनकी पुत्रवधू व पुत्रों ने उनके साथ बहुत बुरा व्यवहार किया. साथ ही पीड़ित पिता ने बताया कि उनका अच्छा खासा व्यापार चल रहा था, लेकिन आंखों की रोशनी चले जाने से वह लाचार हो गए और उनके बेटों ने उनकी बिजनेस को छीन लिया.
जिसके बाद पुत्रवधू उन्हें प्रताड़ित करने लगी जिसको लेकर उन्होंने गत वर्ष भिवाड़ी के यूआईटी थाना पुलिस से गुहार लगाई थी. उस समय कोई खास सहायता उन्हें नहीं मिल पाई थी. जिसके बाद अब ईश्वर प्रसाद गुप्ता जब पुलिस अधीक्षक से मिले तो पुलिस ने हर संभव उसकी मदद की साथ ही उनके दोनों पुत्रों को गिरफ्तार कर लिया है.
पढ़ें: दौसा : तीन ग्राम पंचायतों में वार्ड पंच और एक में सरपंच पद के चुनाव परिणाम अटके...जानें क्यों
ईश्वर प्रसाद गुप्ता का कहना है कि उनके पुत्र चाहते हैं कि उनके नाम अलवर में एक यूआईटी की दुकान है वह उसे बेच दें जिसके बाद वे उनको अपने साथ रख सकते हैं, अन्यथा नहीं. ऐसे में पुलिस ने पीड़ित पिता को उनके पुत्रों द्वारा ले जाने से इंकार किए जाने के बाद भिवाड़ी के वृद्ध आश्रम में भेज दिया है. जहां उन्हें अपनों की बजाय बेगाने लोगों से अच्छी सहायता व सेवा मिल रही है.