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रामगढ़ कस्बे के सन्मति सदन में जैन मुनि चैतन्य की श्रद्धांजलि सभा का हुआ आयोजन

अलवर के रामगढ़ कस्बे में जैन मंदिर में जैन समाज की ओर से मुनि श्री चिन्मय सागर जी महाराज की उत्कृष्ट समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई.

अलवर की खबर, जैन मुनि चैतन्य की श्रद्धांजलि सभा, jain samaj
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Published : Oct 20, 2019, 9:36 PM IST

रामगढ़ (अलवर). पूर्वक देवलोक गमन पर जैन समाज ने सन्मति सदन में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. प्रवक्ता अजीत जैन ने बताया कि चिन्मय सागर जी महाराज को जंगल वाले बाबा के नाम से भी जाना जाता है. क्योंकि, इन्होंने अधिकतर चातुर्मास जंगलों में ही किए. इस कारण चिन्मय सागर जी महाराज को जंगल वाले बाबा से प्रसिद्ध हुए.

जैन मुनि चैतन्य की श्रद्धांजलि सभा का हुआ आयोजन

बता दें कि सागर जी परम पूज्य आचार्य विद्यासागर जी के परम शिष्य थे. पूज्य मुनि राज के समाधिकरण के समय काफी संख्या में पिच्छीधारी संत उपस्थित थे. जैन समाज अध्यक्ष कौशल किशोर और मनोज जैन ने बताया कि मुनिराज बाल ब्रह्मचारी विद्वान एवं ओजस्वी वक्ता थे.

पढ़ें- अलवर: चोपानकी औद्योगिक क्षेत्र के वैष्णो वायर उद्योग इकाई में लगी भीषण आग

साथ ही उन्होंने मांसाहार और शराबबंदी पर समाज को काफी मार्गदर्शन किया था. जैन समाज की ओर से णमोकार मंत्र का जाप किया. इस उपलक्ष पर जैन समाज के काफी श्रद्धालु उपस्थित थे.

रामगढ़ (अलवर). पूर्वक देवलोक गमन पर जैन समाज ने सन्मति सदन में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. प्रवक्ता अजीत जैन ने बताया कि चिन्मय सागर जी महाराज को जंगल वाले बाबा के नाम से भी जाना जाता है. क्योंकि, इन्होंने अधिकतर चातुर्मास जंगलों में ही किए. इस कारण चिन्मय सागर जी महाराज को जंगल वाले बाबा से प्रसिद्ध हुए.

जैन मुनि चैतन्य की श्रद्धांजलि सभा का हुआ आयोजन

बता दें कि सागर जी परम पूज्य आचार्य विद्यासागर जी के परम शिष्य थे. पूज्य मुनि राज के समाधिकरण के समय काफी संख्या में पिच्छीधारी संत उपस्थित थे. जैन समाज अध्यक्ष कौशल किशोर और मनोज जैन ने बताया कि मुनिराज बाल ब्रह्मचारी विद्वान एवं ओजस्वी वक्ता थे.

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साथ ही उन्होंने मांसाहार और शराबबंदी पर समाज को काफी मार्गदर्शन किया था. जैन समाज की ओर से णमोकार मंत्र का जाप किया. इस उपलक्ष पर जैन समाज के काफी श्रद्धालु उपस्थित थे.

Intro:

पूज्य मुनि श्रेष्ठ श्री चिन्मय सागर जी महाराज का उत्कृष्ट समाधि श्रद्धांजलि सभा l
रामगढ़ कस्बे के जैन मंदिर मैं जैन समाज द्वारा मुनि श्री चिन्मय सागर जी महाराज का उत्कृष्ट समाधि श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई l Body:पूर्वक देवलोक गमन पर जैन समाज ने सन्मति सदन में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया l प्रवक्ता अजीत जैन ने बताया कि चिन्मय सागर जी महाराज को जंगल वाले बाबा के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि अधिकतर इन्होंने चतुर्मास जंगलों में ही किए ज्यादा प्रभास जंगलों में ही रहा इस कारण विश्व में चिन्मय सागर जी महाराज को जंगल वाले बाबा के नाम से भी जाना जाता है l परम पूज्य आचार्य विद्यासागर जी के परम शिष्य थे l पूज्य मुनि राज के समाधिकरण के समय काफी संख्या में पिच्छीधारी संत उपस्थित थे l जैन समाज अध्यक्ष कौशल किशोर एवं मनोज जैन ने बताया कि मुनिराज बाल ब्रह्मचारी विद्वान एवं ओजस्वी वक्ता थे l Conclusion:मांसाहार शराबबंदी पर उन्होंने समाज को काफी मार्गदर्शन किया था l जैन समाज द्वारा णमोकार मंत्र का जाप किया इस उपलक्ष जैन समाज के काफी श्रद्धालु उपस्थित थे

बाईट:---प्रदीप जैन(सचिव जैन समाज)
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