अलवर. दो दिन पहले तेज बारिश के पानी में दो बच्चे बह गए थे, जिससे उनकी जान चली गई थी. श्रम मंत्री टीकाराम जूली मंगलवार को मृतक के परिजनों को सांत्वना देने उनके घर पहुंचे. उन्होंने परिजनों को सरकार की तरफ से जल्द ही आर्थिक सहायता देने का आश्वासन भी दिया. इस दौरान उनके साथ नगर परिषद सभापति बीना गुप्ता और कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा भी मौजूद रहे.
मंत्री जूली ने इस घटना को बहुत ही हृदय विदारक बताते हुए कहा कि परिवार भी अत्यंत गरीब है. इनकी सहायता के लिए सरकार कोई कमी नहीं रखेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष से एक लाख ही मिलता है, लेकिन बाढ़ जैसी आपदा में मरने वालों को 4 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का प्रावधान है. इसके प्रस्ताव आज ही भिजवा दिए जाएंगे और 4-4 लाख की सहायता एक-दो दिन में मिल जाएगी.
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इस अवसर पर पीड़ित परिवार को राशन भी उपलब्ध कराया गया. श्रम मंत्री जूली ने कहा कि इस घटना के पीछे सरकार और प्रशासन की जो कमी रही है. उसकी भी जांच कराई जाएगी, क्योंकि नालों की सफाई भी इस बार नहीं हो सकी. इस मौके पर जूली पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे और मृतक के बड़े भाई से भी बात की. उसने बताया कि चिकित्सकों ने इलाज के लिए पहले पर्ची कटवाने की बात कही. जिसके चलते हुई देरी से उसके भाई की जान चली गई.
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उन्होंने कहा कि वह तुरंत पीएमओ से इस बारे में बात करेंगे कि पहले इलाज क्यों नहीं शुरू हुआ और किसने पर्ची कटवाने की बात कही. उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी, क्योंकि सरकार के स्पष्ट निर्देश हैं कि इलाज में देरी नहीं होगी. पर्ची बाद में कटती रहेगी, लेकिन इलाज पहले शुरू होगा. इस मौके पर उनके साथ एसडीएम योगेश डागुर, तहसीलदार पिंकी गुर्जर, शहर कोतवाल अध्यात्मिक गौतम सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.