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अलवर: दिल्ली में फैले प्रदूषण का असर बहरोड़, नीमराणा तक - भिवाडी औधोगिक क्षेत्र

अलवर के बहरोड़ में अभी तक क्रेशर और प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों को बंद नहीं किया गया है. जबकि दूसरी तरफ दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है. वहीं, जिला प्रशासन ने प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों और क्रेशरों का सर्वे करने के लिए एक कमेटी का गठन किया है.

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Published : Nov 2, 2019, 7:15 PM IST

बहरोड़ (अलवर). दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बावजूद अलवर जिले में अभी तक क्रेशर और प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों को बंद नहीं किया गया है. जिला प्रशासन की ओर से प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों और क्रेशरों का सर्वे करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. उसकी रिपोर्ट मिलने के बाद प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों और क्रेशरों को बंद किया जाएगा. जबकि राज्य प्रदूषण मंडल ने अलवर और भरतपुर में क्रेशरों, कोयला और लोहे को गलाने साथ ही प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों को बंद करने के निर्देश जारी कर दिए है.

जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह का कहना है कि अभी कमेटी गठित की गई है जो रिपोर्ट देगी. उसके बाद ही कंपनियों को बंद करने की कार्रवाई की जाएगी. जिले में प्रशासन के इस ढुलमुल रैवेये की वजह से भिवाड़ी और अलवर जिले सहित दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण लगातर खरतनाक स्तर तक फैल रहा है.

देश की हवा जहरीली हो गई है

बता दें कि दिल्ली एनसीआर में शामिल दो दर्जन से अधिक शहरों में शनिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) का स्तर 400 को पार कर चुका है. भिवाड़ी देश में सबसे प्रदूषित शहरों में टॉप 5 में चल रहा है. राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल बोर्ड ने भी शुक्रवार को अलवर और भरतपुर जिले में 250 स्टोन क्रेशर और हॉट मिक्स प्लांट को बंद रखने के आदेश जारी किए हैं.
भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र में भी कोयला और अन्य ईंधन के उपयोग से चलने वाली करीब 125 इंडस्ट्रीज बंद करने के आदेश अभी तक प्रभावी नहीं हो पाए हैं. गौरतलब है कि प्रदूषण को लेकर ईपीसीए की रिपोर्ट और पराली जलाने जैसे मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट 4 नवंबर को सुनवाई करेगा.

पढ़ें- अलवर: निकाय चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू, पहले दिन जमा हुए सिर्फ 2 फार्म

इस दौरान अलवर जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने बताया की राज्य प्रदूषण मंडल का पत्र मिला है. उसके बाद एक कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद प्रदूषण फैलाने वाले संस्थानों पर कार्रवाई की जाएगी.

बहरोड़ (अलवर). दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बावजूद अलवर जिले में अभी तक क्रेशर और प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों को बंद नहीं किया गया है. जिला प्रशासन की ओर से प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों और क्रेशरों का सर्वे करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. उसकी रिपोर्ट मिलने के बाद प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों और क्रेशरों को बंद किया जाएगा. जबकि राज्य प्रदूषण मंडल ने अलवर और भरतपुर में क्रेशरों, कोयला और लोहे को गलाने साथ ही प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों को बंद करने के निर्देश जारी कर दिए है.

जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह का कहना है कि अभी कमेटी गठित की गई है जो रिपोर्ट देगी. उसके बाद ही कंपनियों को बंद करने की कार्रवाई की जाएगी. जिले में प्रशासन के इस ढुलमुल रैवेये की वजह से भिवाड़ी और अलवर जिले सहित दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण लगातर खरतनाक स्तर तक फैल रहा है.

देश की हवा जहरीली हो गई है

बता दें कि दिल्ली एनसीआर में शामिल दो दर्जन से अधिक शहरों में शनिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) का स्तर 400 को पार कर चुका है. भिवाड़ी देश में सबसे प्रदूषित शहरों में टॉप 5 में चल रहा है. राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल बोर्ड ने भी शुक्रवार को अलवर और भरतपुर जिले में 250 स्टोन क्रेशर और हॉट मिक्स प्लांट को बंद रखने के आदेश जारी किए हैं.
भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र में भी कोयला और अन्य ईंधन के उपयोग से चलने वाली करीब 125 इंडस्ट्रीज बंद करने के आदेश अभी तक प्रभावी नहीं हो पाए हैं. गौरतलब है कि प्रदूषण को लेकर ईपीसीए की रिपोर्ट और पराली जलाने जैसे मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट 4 नवंबर को सुनवाई करेगा.

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इस दौरान अलवर जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने बताया की राज्य प्रदूषण मंडल का पत्र मिला है. उसके बाद एक कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद प्रदूषण फैलाने वाले संस्थानों पर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:बहरोड दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बावजूद अलवर जिले में अभी तक क्रेशर ओर प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों को बंद नही किया गया है। Body:बहरोड -एंकर_दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बावजूद अलवर जिले में अभी तक क्रेशर ओर प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों को बंद नही किया गया है। जिला प्रशासन के द्वारा प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों और क्रेशरों का सर्वे करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है उसकी रिपोर्ट मिलने के बाद प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों और क्रेशरों को बंद किया जाएगा। जबकि राज्य प्रदूषण मंडल ने अलवर ओर भरतपुर में क्रेशरों ओर कोयला ओर लोहे को गलाने वाली प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों को बंद करने के निर्देश जारी कर दिए है। इसके बावजूद अलवर में जिला कलक्टर इंद्रजीत सिंह का कहना है अभी कमेटी गठित की गई जो रिपोर्ट देगी उंसके बाद बंद की कार्यवाही की जाएगी। अलवर जिले में प्रसासन के इस ढुलमुल रैविये की वजह से भिवाडी ओर अलवर जिले सहित दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण लगातर खरतनाक स्तर तक फैल रहा है।
देश की हवा जहरीली हो गई है।
दिल्ली एनसीआर में शामिल दो दर्जन से अधिक शहरों शनिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) खतरनाक स्तर 400 को पार कर चुका है। भिवाडी सबसे प्रदूषित शहरो में टॉप 5 में देश मे चल रहा है। राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल बाेर्ड ने भी शुक्रवार काे अलवर व भरतपुर जिले में 250 स्टाेन क्रेशर और हाॅट मिक्स प्लांट काे बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। भिवाडी अाैधाेगिक क्षेत्र में भी काेयला व अन्य ईंधन के उपयाेग से चलने वाली करीब 125 इंडस्ट्रीज बंद करने के आदेश अभी तक प्रभावी नही हो पाए है। गौरतलब है कि प्रदूषण को लेकर ईपीसीए की रिपोर्ट और पराली जलाने जैसे मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट 4 नवंबर को सुनवाई करेगा।
अलवर जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने बताया की राज्य प्रदूषण मंडल का पत्र मिला है उंसके बाद एक कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद प्रदूषण फैलाने वाले संस्थानों पर कार्यवाही की जाएगी। ptc_ hansraj behror
बाईट...इंद्रजीत सिंह...जिला कलेक्टर अलवरConclusion:अलवर जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने बताया की राज्य प्रदूषण मंडल का पत्र मिला है उंसके बाद एक कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद प्रदूषण फैलाने वाले संस्थानों पर कार्यवाही की जाएगी।
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