अलवर. जिले में बढ़ती हुई ऑनलाइन ठगी की घटनाओं को देखते हुए अब प्रत्येक थाने में ऑनलाइन ठगी संबंधित एफआईआर दर्ज हो सकेगी. बताया जा रहा है कि हर थाने का स्टाफ उन मामलों की जांच पड़ताल कर सकेगा. उसके लिए थानों में स्टाफ को ट्रेनिंग दी जाएगी और ऑनलाइन मामलों की जांच पड़ताल के बारे में बताया जाएगा.
बता दें, अलवर जिले में हर महीने दर्जनों ऑनलाइन ठगी के मामले सामने आने लगे हैं. अलवर के बहरोड़, भिवाड़ी, तिजारा, टपूकड़ा, खुशखेड़ा, नीमराना और रामगढ़ में सबसे ज्यादा ऑनलाइन ठगी की घटनाएं होती हैं. वहीं, कुछ समय पहले ओएलएक्स और ऑनलाइन वेबसाइट की मदद से वाहन बेचने के नाम पर ठगी की घटनाएं भी होने लगी हैं. इन सब मामलों को देखते हुए अलवर पुलिस ने प्रत्येक थाने में ऑनलाइन ठगी के मामले दर्ज कराने की व्यवस्था की है.
अभी तक जिले में ऑनलाइन ठगी के मामले सिर्फ अलवर के कोतवाली थाने में दर्ज होते हैं. कोतवाली को नोडल बनाया हुआ है. बता दें, प्रदेश में केवल जयपुर में साइबर थाना है. ऐसे में लोगों को ऑनलाइन ठगी की घटनाओं में खासी परेशानी उठानी पड़ती है.
अलवर पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने बताया कि 27-28 जुलाई को अलवर में 2 दिनों की एक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. इसमें पुलिस विभाग के आईटी विशेषज्ञ अलवर पुलिस को ट्रेंड करेंगे. इस ट्रेनिंग के लिए प्रत्येक थाने से एक स्टाफ को बुलाया गया है. इसको कंप्यूटर और मोबाइल चलाने सहित सभी आधुनिक उपकरणों के बारे में जानकारी देते हुए ऑनलाइन ठगी की घटनाओं में बरती जाने वाली सावधानी और जांच के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा. अलवर एसपी ने कहा इसका सीधा फायदा आम लोगों और जनता को मिलेगा.