बहरोड़ (अलवर). क्षेत्र के मिलकपुर गांव में एक एमबीबीएस छात्र के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 70 टीम बनाई गई. जिसके बाद मिलकपुर और उसके आसपास के आधा दर्जन गांव में डोर टू डोर स्क्रीनिंग शुरू की गई. जिसमें सभी लोगों की स्क्रीनिंग कर उनके सैंपल कलेक्ट किए जा रहे हैं. जिससे हाई रिस्क जोन में आए इन लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सके.
गौरतलब है कि फिलिपिंस से 18 मार्च को लौटे एमबीबीएस के छात्र की एसएमएस अस्पताल से कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल से छात्र को जयपुर रेफर कर दिया था. उसके बाद उसके माता-पिता और बहन को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर उनके सैंपल जयपुर भेजे गए. जिनकी रिपोर्ट अभी आना बाकी है.
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उसके बाद से जिला कलेक्टर की तरफ से मिलकपुर गांव से 1 किलोमीटर क्षेत्र में आने वाले गांव में कर्फ्यू घोषित कर दिया. इसके बाद वहां पर चिकित्सा विभाग के 70 टीमें बनाकर डोर टू डोर सर्वे शुरू किया गया. गांव में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लगातार निगरानी कर रहे है.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओमप्रकाश मीणा खुद मौके पर मॉनिटरिंग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पॉजिटिव आने से हाई रिस्क जोन घोषित कर दिया है. छात्र की मां एएनएम के पद पर कार्यरत हैं. जिसने करीब 10 दिन तक घर-घर सर्वे किया था. अब उन गांवो में भी स्क्रीनिंग की जा रही है.