अलवर. शहर में खुले नाले में एक दो साल के बच्चे की गिरने से मौत के बाद अब यूआईटी प्रशासन खुले नालों को पाटने के लिए कार्य योजना बनाने के उद्देश्य से सर्वे का काम शुरू कर दिया है. यूआईटी के सचिव कानाराम ने गुरुवार को शहर के स्वर्ग रोड, नेहरू गार्डन, एसएमडी सर्किल, मनु मार्ग, अशोका टॉकीज सहित आधा दर्जन स्थानों पर खुले नाले का मौका निरीक्षण किया.
यूआईटी ने तकनीकी अधिकारियों की टीम बनाकर शहर में सभी खुले नालों का सर्वे करवाने के निर्देश भी दिए गए हैं. जिससे इन नालों को पाटने के लिए एक कार्य योजना बनाकर खुले नालों को पाटा जाएगा. यूआईटी और नगर परिषद के द्वारा शहर में मानसून पूर्व नालों की सफाई के लिए नगर परिषद के साथ मिलकर नालों की सफाई के लिए अतिरिक्त मजदूर लगाकर सफाई करवाई जा रही है. ताकि बारिश के समय में नालों का पानी सड़कों और दरिया बनकर नहीं रहेगा और सड़के खराब होने से बचाई जा सकें.
यूआईटी सचिव, कानाराम ने बताया शहर में खुले नालों की समस्या को देखते हुए उन्होंने खुद सर्वे किया है. शहर ने नगर परिषद का सफाई अभियान चल रहा है. जिसमें बड़े नालों को मानसून में बारिश से पूर्व साफ कर दिया जाएगा. बारिश के समय में राहत मिलेगी. इसके बाद यूआईटी नालों को जाल लगाकर पाटने की कोशिश करेगी.