भिवाड़ी (अलवर). जिले के यूआईटी थाना क्षेत्र में लाठी और चाकू से हमला करने का मामला सामने आया है. वहीं, इस मामले को लेकर यूआईटी थानाधिकारी का बेतुका बयान सामने आया है. उन्होंने मारपीट और चाकूबाजी जैसी वारदातों को सामान्य बात बताते हुए बड़ी ही आसानी से पल्ला झाड़ लिया. ऐसे में सवाल उठता है कि अगर मारपीट और चाकूबाजी की वारदातें आम बात है तो फिर थाने का क्या औचित्य है.
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मामला यूआईटी थाना क्षेत्र के बिलाहेड़ी गांव का है. बताया जा रहा है कि यहां के एक निजी क्लीनिक पर कार्यरत फार्मेसिस्ट और एक स्थानीय युवक के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया. इसके बाद खूनी संघर्ष शुरू हो गया. इस दौरान घायल हुे फार्मासिस्ट सलीम ने बताया कि वो अपने क्लीनिक पर साफ सफाई का कार्य कर रहा था. इस दौरान एक स्थानीय युवक आया और उसके साथ बदतमीजी करते हुए अपशब्दों का प्रयोग करते हुए बहस करने लगा. देखते ही देखते कुछ ही देर में मामूली बहस खूनी संघर्ष में तब्दील हो गई.
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फार्मासिस्ट सलीम का कहना है कि स्थानीय युवक ने पहले उनके सिर में लाठी से वार किया. इसके बाद बीच-बचाव करने आए उनके साथी पर चाकू से वार कर दिया. सलीम को पीठ और छुड़ाने आए साथी की हाथ पर चोट आई है. साथ ही क्लीनिक में भी तोड़फोड़ किए जाने का भी आरोप लगाते हुए पीड़ित पक्ष ने यूआईटी थाने में आरोपी के खिलाफ लिखित शिकायत दे दी है. इसके आधार पर पुलिस ने घायलों का प्राथमिक उपचार कराते हुए मेडिकल कराया है और मामले में जांच अभी जारी है. वहीं, इस संबंध में जब थानाधिकारी सुरेंद्र सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बेतुका बयान देते हुए इसे सामान्य बात बताया.