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अलवरः शराब ठेके में सेल्समैन को जिंदा जलाया, डीप फ्रीजर में मिला शव

अलवर में एक शराब ठेके में सेल्समैन को जिंदा जलाकर मौत के घाट उतारे जाने का मामला सामने आया है. सेल्समैन का शव शराब के ठेके के डीप फ्रीजर में मिला है. मृतक के परिजनों ने शराब ठेकेदार पर जिंदा जलाकर मारने का आरोप लगाया है.

Salesman burnt alive, अलवर क्राइम न्यूज
अलवर में सेल्समैन जिंदा जला
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Published : Oct 26, 2020, 12:15 PM IST

Updated : Oct 26, 2020, 3:51 PM IST

अलवर. खैरथल थाना अंतर्गत कूमपुर गांव में एक शराब के ठेके में आग लगने से यहां कार्यरत सेल्समैन की जिंदा जलकर मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि युवक को ठेके में बंद कर सुनयोजित तरीके से आग लगाकर उसकी हत्या की गई है. परिजनों ने हत्या के आरोप में जमकर हंगामा काटा.

अलवर में सेल्समैन जिंदा जला

जानकारी के अनुसार झाड़का निवासी रूप सिंह पुत्र रमेशचंद ने खैरथल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसका छोटा भाई कमल किशोर (22) पुत्र रमेशचंद शराब के ठेके पर काम करता था. ठेकेदार सुभाष और राकेश यादव शनिवार शाम कमल किशोर को बुलाकर ले गए और रात में पेट्रोल छिड़ककर दुकान को आग के हवाले कर दिया. जिससे कमल किशोर की अंदर ही जिंदा जलने से दर्दनाक मौत हो गई. सुबह आग की सूचना पर सभी वहां पहुंचे तो देखा की शटर बंद था. शटर खोला तो अंदर का दृश्य देखकर रौंगटे खड़े हो गए. पूरी दुकान जली हुई थी और उसका भाई डीप फ्रीज के अंदर मृत पड़ा था.

यह भी पढ़ें. बहरोड़ में बदमाशों ने बाइक सवार से रुपए छीने, मोबाइल नहीं देने पर मारी गोली

मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को खैरथल सैटेलाइट हॉस्पिटल में रखवाया, जहां परिजन ठेकेदार की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे. उनसे दो घंटे समझाइश करने के बाद मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करा शव परिजनों को सौंपा गया.

पहली बार ही दुकान पर सोया था कमलकिशोर

मृतक के भाई ने बताया कि कमल किशोर करीब 5 महीने से ठेके पर सेल्समैन का काम कर रहा था. इस अंतराल में वह पहली बार ही ठेके पर रात को रुका था. उसका पिछले पेमेंट भी बकाया था. परिजनों ने आरोप लगाया है कि ठेके के पीछे की ओर छेद से पेट्रोल या अल्कोहल छिड़क कर आग लगाई गई है. आग फैलने के बाद उसका भाई जान बचाने के लिए डीप फ्रिज में गया, जहां उसकी जिन्दा जलने से मौत हो गई. वहीं पुलिस किसी भी सुराग होने की बात से इंकार कर रही है.

ठेकेदार सामने नहीं आया, ना ही पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया

शराब के ठेके में आग लगने के बाद से ही ठेकेदार सुभाष और राकेश यादव फरार हैं. दुकान में लाखों का माल जलने के बाद भी वे सामने नहीं आए और हत्या के आरोप के बाद भी पुलिस ने ना ही उनकी तलाश की. पुलिस का कहना है कि मौके पर एफएसएल टीम बुलाकर जांच कराई जाएगी. मामले में और साक्ष्य जुटाने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी.

मामले की जांच जारी

परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर हत्या और एससी/एसटी एक्ट में मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है. दुकान की चाबी मृतक के पास ही मिली है. मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया है. मामले की जांच किशनगढ़बास डीएसपी कर रहे हैं.

अलवर. खैरथल थाना अंतर्गत कूमपुर गांव में एक शराब के ठेके में आग लगने से यहां कार्यरत सेल्समैन की जिंदा जलकर मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि युवक को ठेके में बंद कर सुनयोजित तरीके से आग लगाकर उसकी हत्या की गई है. परिजनों ने हत्या के आरोप में जमकर हंगामा काटा.

अलवर में सेल्समैन जिंदा जला

जानकारी के अनुसार झाड़का निवासी रूप सिंह पुत्र रमेशचंद ने खैरथल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसका छोटा भाई कमल किशोर (22) पुत्र रमेशचंद शराब के ठेके पर काम करता था. ठेकेदार सुभाष और राकेश यादव शनिवार शाम कमल किशोर को बुलाकर ले गए और रात में पेट्रोल छिड़ककर दुकान को आग के हवाले कर दिया. जिससे कमल किशोर की अंदर ही जिंदा जलने से दर्दनाक मौत हो गई. सुबह आग की सूचना पर सभी वहां पहुंचे तो देखा की शटर बंद था. शटर खोला तो अंदर का दृश्य देखकर रौंगटे खड़े हो गए. पूरी दुकान जली हुई थी और उसका भाई डीप फ्रीज के अंदर मृत पड़ा था.

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मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को खैरथल सैटेलाइट हॉस्पिटल में रखवाया, जहां परिजन ठेकेदार की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे. उनसे दो घंटे समझाइश करने के बाद मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करा शव परिजनों को सौंपा गया.

पहली बार ही दुकान पर सोया था कमलकिशोर

मृतक के भाई ने बताया कि कमल किशोर करीब 5 महीने से ठेके पर सेल्समैन का काम कर रहा था. इस अंतराल में वह पहली बार ही ठेके पर रात को रुका था. उसका पिछले पेमेंट भी बकाया था. परिजनों ने आरोप लगाया है कि ठेके के पीछे की ओर छेद से पेट्रोल या अल्कोहल छिड़क कर आग लगाई गई है. आग फैलने के बाद उसका भाई जान बचाने के लिए डीप फ्रिज में गया, जहां उसकी जिन्दा जलने से मौत हो गई. वहीं पुलिस किसी भी सुराग होने की बात से इंकार कर रही है.

ठेकेदार सामने नहीं आया, ना ही पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया

शराब के ठेके में आग लगने के बाद से ही ठेकेदार सुभाष और राकेश यादव फरार हैं. दुकान में लाखों का माल जलने के बाद भी वे सामने नहीं आए और हत्या के आरोप के बाद भी पुलिस ने ना ही उनकी तलाश की. पुलिस का कहना है कि मौके पर एफएसएल टीम बुलाकर जांच कराई जाएगी. मामले में और साक्ष्य जुटाने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी.

मामले की जांच जारी

परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर हत्या और एससी/एसटी एक्ट में मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है. दुकान की चाबी मृतक के पास ही मिली है. मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया है. मामले की जांच किशनगढ़बास डीएसपी कर रहे हैं.

Last Updated : Oct 26, 2020, 3:51 PM IST
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