अलवर. एनईबी रामनगर निवासी स्वर्गीय संजय ग्रोवर के परिवार को सहायता पैकेज देने की मांग को लेकर सोमवार को पुरुषार्थी समिति ने जिला प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. समिति ने ज्ञापन में पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी सहित 25 लाख रुपए देने की बात कही. साथ ही जयपुर के जेएनयू हॉस्पिटल पर सख्त से सख्त कानूनन कार्रवाई की मांग की.
मृतक के पुत्र अक्षत ग्रोवर और राकेश अरोड़ा ने बताया कि मृतक संजय ग्रोवर सहित पूरे परिवार का चिरंजीवी योजना में बीमा था. परिवार की हालत कमजोर होने के कारण परिवार ने पहले ही बीमा करा लिया था. संजय ग्रोवर के बीमार होने पर उनको जयपुर के जेएनयू हॉस्पिटल जगतपुरा में भर्ती करवाया गया. जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने 2 लाख 69 हजार का बिल बना कर 70 हजार रुपए एडवांस के रूप में जमा करवा लिया.
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वही मरीज की मृत्यु हो जाने पर अस्पताल ने चिरंजीवी बीमा योजना का लाभ देने से भी मना कर दिया. अस्पताल ने शेष बिल राशि नहीं जमा करने के कारण करीब 20 घंटे तक शव नहीं दिया. साथ ही अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के परिजनों से एक बार मिलने के पंद्रह 1500 रूपए तक वसूल किए. जैसे-तैसे करके परिजनों ने पैसों का इंतजाम कर शव लिया.
समिति अध्यक्ष ने बताया कि संजय ग्रोवर पहले अलवर के निजी अस्पताल में भर्ती थे. यहां भी करीब 95 हजार रुपए का बिल चुकाया था. अध्यक्ष ने ज्ञापन में संजय के इलाज का समस्त भुगतान चिरंजीवी योजना से कराने की मांग की. साथ ही परिवार के सदस्यों के भरण-पोषण के लिए सरकार से 25 लाख रुपए की मांग की है.