मुण्डावर (अलवर). राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार शुक्रवार को जिले के मुण्डावर में राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर राउमावि के विद्यार्थियों की ओर से रैली निकाली गई. यह रैली तालुका विधिक सेवा समिति मुण्डावर की ओर से मनाया गया. वहीं इस रैली को एडीजे अटलसिंह चम्पावत ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
इस अवसर पर तालुका समिति अध्यक्ष अटलसिंह चम्पावत ने बेटियों को लेकर समाज की सोच में बदलाव लाने पर जोर दिया. वहीं हाथों में बेटियों के लिए जागरूकता पूर्ण नारे लिखी तख्तियां, बैनर आदि लिए छात्र-छात्राओं की रैली कस्बे के मुख्य बाजार, गली मोहल्लों और मुख्य मार्गों से होते हुए निकाली गई. वहीं राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर कई विद्यालयों में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. साथ ही कई प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई.
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इस दौरान न्यायिक मजिस्ट्रेट गौरव गर्वा, विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद, बार अध्यक्ष मदनलाल, एडवोकेट सरजीत यादव, गंगाराम पटेल, जगन्नाथ यादव, विक्रम यादव, राकेश शर्मा, शशिकांत शर्मा, अरुण पंडित, मनोज मालवाल, तालुका समिति सचिव बिंटू चौधरी सहित अभिभषाक संघ के सदस्य और गणमान्य लोग उपस्थित रहे.
यूथ कांग्रेस की ओर से गोष्ठी का आयोजन
इसके साथ ही यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश महासचिव महेश गुर्जर के नेतृत्व में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की अलख जगाने के लिए एक निजी कॉम्प्लेक्स में गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस गोष्ठी में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सहित बेटियों की शिक्षा और सुरक्षा के बारे में विस्तार से चर्चा की गई. इस दौरान पंचायत समिति सदस्य चरणसिंह गुर्जर, जिला महासचिव जवाहर जांगिड़, प्रेमजीत जांगिड़, राहुल मुक्कड़, होशियार गुर्जर, राजेन्द्र जांगिड़, हीरालाल शास्त्री सहित यूथ कांग्रेस के अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे.
रामगढ़ में भी राष्ट्रीय बालिका दिवस पर रैली का आयोजन
रामगढ़ कस्बे में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर स्कूली छात्राओं की ओर से रैली निकाल बेटियों को शिक्षित करने का संदेश दिया गया. वहीं तहसील पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रामगढ़ न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रवण कुमार मीणा ने रामलीला मंच से बेटियों को संबोधित करते हुए कहा कि अब जमाना बदल गया है. बेटियां फौज में लड़ाकू विमान उड़ाने से लेकर अंतरिक्ष में शोध करने जा रही है.
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उन्होंने कहा कि आज के युग में बेटियों को बोझ नहीं मानना चाहिए. अभी तो वे अपने माता-पिता सहित राष्ट्र का नाम रोशन करने में अव्वल है. ऐसे में हर माता-पिता को चाहिए कि वह बेटों की तरह बेटियों को भी शिक्षित करें और हम सब यही चाहते है कि कोई भी अभिभावक अपनी बालिकाओं को शिक्षा से वंचित ना करें. इस अवसर पर प्रधानाचार्य रमेश पानीवाल और समाजसेवियों और अधिवक्ताओं ने बच्चों को मंच से संबोधित किया.