अलवर. एनसीआर की हवा खतरनाक स्तर पर पहुंचने के कारण सरकारों की चिंता बढ़ गई है. प्रदूषण के बढ़ते हालात को देखते हुए दिल्ली में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल गाड़ियों पर 12 जनवरी तक रोक लगा दी है. साथ ही ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के लेवल-तीन के तहत प्रतिबंधों को लागू कर दी गई है. इसका असर आम आदमी से लेकर कारोबारी तक सभी पर पड़ेगा. निर्माण कार्य, सड़कों की सफाई, औद्योगिक इकाइयां, क्रेशर, खान, बॉयलर सहित सभी चीजों पर रोक लगा दी जाएगी.
जिले में इन दिनों शीतलहर का प्रकोप जारी है और न्यूनतम तापमान गिरकर 2 डिग्री तक पहुच चुका है. ठिठुरन भरी सर्दी ने लोगों की समस्या बढ़ा दी है, वहीं जिले को प्रदूषण की मार भी झेलनी पड़ रही है. रविवार काे अलवर का एक्यूआई 151 एवं भिवाड़ी का 208 तक पहुंच गया. प्रदूषण का स्तर बढ़ने के कारण एनसीआर में ग्रेप थ्री लागू किया गया है. तापमान में गिरावट का जनजीवन पर प्रभाव पड़ा है. लोग सर्दी से सहमे हुए हैं. मौसम के साथ ही एनसीआर में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ा है. यही कारण है कि लोगों को मौसम एवं प्रदूषण की मार एक साथ झेलनी पड़ रही है.
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राजस्थान के अन्य हिस्सों में भी हालात खराब : दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों प्रदूषण का स्तर (AQI in Rajasthan) बढ़कर एक्यूआई 375 को पार कर गया है. वहीं, भिवाड़ी का एक्यूआई इन दिनों 208 को पार कर चुका है, जबकि भिवाड़ी में तो 311 तक पहुंच गया था. एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के कारण प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने ग्रेप थ्री लागू कर दिया है. एनसीआर की बंदिशों का प्रभाव अलवर जिले पर भी पड़ा है.
एनसीआर में प्रदूषण बढ़ने के साथ ही प्रदेश के जयपुर, जोधपुर, कोटा आदि शहरों में भी एक्यूआई का लेवल बढ़ा है. जयपुर का एक्यूआई 200, जोधपुर का 150 तथा कोटा का 250 को पार कर चुका है, लेकिन वहां ग्रेप थ्री लागू नहीं किया गया है. प्रदूषण का ज्यादा असर उद्योगों पर पड़ा है. इन दिनों बिजली संकट के चलते उद्योगों में शाम के समय बिजली भार आधा करने के निर्देश हैं, यानि तीन घंटे आधा ही उत्पादन हो सकेगा. वहीं, प्रदूषण का स्तर बढ़ने के कारण उद्योगों में डीजी सेट चलाने पर पाबंदी है.
वाहन चालकों के लिए जानकारी जरूरी : देश की राजधानी दिल्ली की सड़कों पर दौड़ने वाले बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहनों को लेकर नए आदेश जारी किए हैं. इन मानको वाले पेट्रोल-डीजल वाहनों के परिचालन पर तत्काल प्रभाव से आगामी 12 जनवरी तक प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया है. इस फैसले के बाद राजधानी की सड़कों पर दौड़ने वाली 5 लाख से अधिक कारें प्रभावित होंगी. वहीं, इन नियमों के उल्लंघन करने पर 20 हजार का चालान भी किया जाएगा. अलवर जयपुर सहित राजस्थान के विभिन्न शहरों से हजारों की संख्या में वाहन प्रतिदिन दिल्ली की तरफ जाते हैं. ऐसे में सभी वाहन चालकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.