भिवाड़ी (अलवर). जिले में मिले कोरोना मरीजों के निवास स्थानों के आस-पास कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है. वहीं, भिवाड़ी के कंटेनमेंट जोन में बड़ी चूक का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि यहां करीब 200 मीटर के दायरे में ही करीब 20 से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं. प्रशासन की तरफ से बैरिकेटिंग तो कर दी गई. लेकिन, यहां पर कोई भी पुलिसकर्मी कंटेनमेंट जोन के नियमों की सख्ती से पालना कराने के लिए तैनात नहीं है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक राजस्थान हाउसिंग बोर्ड के सेक्टर-1 में एक ही मकान में कुल 15 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. पड़ोसियों का आरोप है कि यहां कोविड-19 संक्रमण से बचने के नियमों की पालना नहीं की जा रही है. इससे उन्हें भी कोरोना महामारी का डर सताने लगा है.
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि कंटेनमेंट जोन में पुलिस-प्रशासन का कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं है. इसलिए दूध वाला भी उस घर में अंदर तक जाता है और दूध देकर आता है. साथ ही होम आइसोलेशन में रखे गए कोरोना मरीज खुद किराने की दुकान पर जाते हैं और सामान खरीद कर लाते हैं. इससे कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने का अंदेशा है.
एक अन्य पड़ोसी महिला ने भी आपत्ति जताते हुए कहा कि प्रशासन की तरफ से नियमों की पालना कंटेनमेंट जोन में नहीं कराई जा रही है. इससे उन्हें भी डर है कि कहीं ये महामारी सेक्टर-1 में और भी उग्र स्तर पर न फैल जाए.
साथ ही लोगों की मांग है कि सेक्टर-1 के दोनों कंटेनमेंट जोन के आस-पास रहने वाले लोगों की सैंपलिंग कराई जाए, साथ ही स्थानीय लोगों ने ये भी बताया कि पुलिसकर्मी तैनात नहीं होने से आस-पास के लोग भी बैरिकेडिंग फांदकर आते जाते हैं.
वहीं, जब इस मामले में तिजारा के उपखंड अधिकारी खेमाराम यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भिवाड़ी से बात हुई है. उन्होंने कहा कि उनके पास अतिरिक्त जाप्ता मौजूद नहीं है. आला अधिकरियों को जानकारी दी गई है. जाप्ता आने के बाद कंटेनमेंट जोन में तैनात किया जाएगा.
गौरतलब है कि भिवाड़ी में अनलॉक-1 के दौरान 2 बार कोरोना विस्फोट हो चुका है. उपखंड अधिकारी की मानें तो वर्तमान में करीब 70 - 80 कोरोना पॉजिटिव केस हैं. ऐसे में कंटेनमेंट जोन में सक्षम कर्मचारी के तैनात नहीं होने से आशंका इस बात की जताई जा रही है कि कहीं आने वाले दिनों में भिवाड़ी एक बड़ा हॉट स्पॉट ना बन जाए. इस तरह सरकारी लापरवाही का नुकसान भिवाड़ी की जनता को भुगतना पड़ सकता है.