अलवर. एनजीटी (NGT) की एक टीम मंगलवार को सरिस्का (Sariska) में अधिकारियों के साथ बैठक कर सरिस्का के आसपास क्षेत्र में होने वाले खनन कार्यों का निरीक्षण किया. टीम में शामिल अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से भी बातचीत की और खनन गतिविधियों का ब्यौरा लिया. सरिस्का के अधिकारियों ने कहा कि एनजीटी के आदेश अनुसार विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई.
उल्लेखनीय है कि सरिस्का के 10 किलोमीटर पेरिफेरी में चलने वाली मार्बल की खानों को एनओसी नहीं मिलने के कारण बंद कराया जा रहा है. जबकि वन क्षेत्र में 1 किलोमीटर क्षेत्र के बाहर खनन कार्य चलने का नोटिफिकेशन जारी हो चुका है. अन्य वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के आसपास चलने वाली खनन कार्य शुरू हो चुके हैं. ऐसे में सरिस्का को लेकर भी व्यापारियों और लोगों को सरकार के आदेश का इंतजार है.
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आदेश जारी होने के बाद सरिस्का और उसके आसपास क्षेत्र में चलने वाली सभी मार्बल पत्थर की खान शुरू हो सकेगी. इससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा. सरिस्का के आसपास क्षेत्र में 175 मार्बल की खाने हैं. इस समय करीब 135 चल रही हैं. अन्य को एनवायरमेंट क्लीयरेंस (Environment Clearance) नहीं मिली है.
कमेटी NGT को देगी रिपोर्ट...
एनजीटी के आदेश पर एक कमेटी बनाई गई है. इसमें एनजीटी, वन विभाग, खान विभाग, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, प्रशासन औऱ दिल्ली के एक रिसर्च इंस्टीट्यूट के अधिकारी शामिल है. यह टीम मंगलवार को सरिस्का पहुंची. टीम की सरिस्का में दूसरी विजिट है. अधिकारियों ने एनजीटी के आदेश अनुसार विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की. उसके बाद सरिस्का क्षेत्र का निरीक्षण किया. सरिस्का क्षेत्र में चलने वाली खान की केयरिंग कैपेसिटी निकाली जा रही है. इसको लेकर बल्देवगढ़, गोवर्धनपुरा और आसपास क्षेत्रों का टीम ने निरीक्षण किया गया. वहां लोगों से बातचीत की. ग्रामीणों से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. कुछ माह पहले सरिस्का क्षेत्र में एक बॉर्डर होमगार्ड की मौत हो गई थी.
अवैध खनन करने वाले ट्रैक्टर चालक ने बॉर्डर होमगार्ड पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया था. उस मामले की जांच भी कमेटी की तरफ से की जा रही है. सरिस्का के अधिकारियों ने कहा कि एनजीटी के आदेश अनुसार विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई. कमेटी निरीक्षण और मुद्दों के आधार पर जानकारी जुटाने के बाद अपनी रिपोर्ट एनजीटी को देगी.