रामगढ़ (अलवर). चीन में एमबीबीएस कर रहे रामगढ़ के 2 छात्रों के घर लौटने पर सोमवार को मेडिकल टीम जांच करने छात्रों के घर पहुंची. जिसके बाद टीम ने एक छात्र में कोरोना वायरस से संबंधित लक्षणों की जांच की और आवश्यक निर्देश दिए हैं. वहीं चीन से लौटा दूसरा छात्र घर पर नहीं मिला. जिससे उसकी जांच नहीं हो पाई है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर के.के. मीणा के निर्देश पर मेडिकल टीम फरमान पुत्र सहाबुद्दीन के घर रामगढ़ पहुंची. जिसके बाद टीम ने छात्र की कोरोना वायरस से संबंधित लक्षणों की जांच की. साथ ही छात्र फरमान और उसके परिवार को आइसोलेशन प्रोटोकॉल के बारे में भी समझाया.
वहीं मेडिकल टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ. हसन अली ने छात्र को अगले 28 दिन तक अपनी गतिविधियां एक ही कमरे तक सीमित रखने के निर्देश दिए हैं. साथ ही इस वायरस से संबंधित लक्षण जैसे खांसी, सांस लेने में परेशानी आने पर तुरंत सूचना देने को कहा है. वहीं फरमान के साथ ही पढ़ने गए दूसरे छात्र इरशाद पुत्र मजीद के घर भी मेडिकल टीम गई. टीम को उसके घर पर ताला लगा मिला. जिसके बाद टीम लौट गई.
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बीसीएमएचओ मीणा के अनुसार दूसरा छात्र इरशाद अपने मामा के घर मेवात गया हुआ है. वहीं आगे के पड़ताल में पता चला है कि वह मामा के घर से जम्मू चला गया है. मीणा ने बताया कि जिला चिकित्सा कार्यालय से सूचना मिली कि उक्त छात्र 6 फरवरी को चीन से स्वदेश लौटे हैं. दोनों छात्र एयरपोर्ट पर बिना स्क्रीनिंग कराए ही घर आ गए जबकि छात्र का कहना है कि एयरपोर्ट पर उनकी स्क्रीनिंग की गई है.
वहीं छात्र फरमान ने टीम को बताया कि वह दोनों चीन में एक मेडिकल यूनिवर्सिटी के छात्र हैं. दोनों 6 फरवरी को घर आए थे. एयरपोर्ट पर उनकी स्क्रीनिंग भी की गई हैं. सीएमएचओ कार्यालय से मिले निर्देश के अनुसार डॉक्टरों की टीम अगले 28 दिन तक प्रतिदिन फरमान के घर जाकर उसकी नियमित जांच करेगी.
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रामगढ़ के बीसीएमएचओ के.के. मीणा का कहना है कि जिला चिकित्सा कार्यालय के निर्देश पर छात्र घर जाकर मेडिकल टीम ने जांच की है. फिलहाल, कोरोना वायरस के कोई लक्षण छात्र में नहीं मिले हैं. छात्र को एतिहायत बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
वहीं सीएमएचओ कार्यालय को सूचना दी गई है कि चीन के जिस शहर में दोनों छात्र पढ़ते हैं, वह शहर करोना वायरस से प्रभावित वुहान शहर से लगभग एक हजार किलोमीटर दूर है. इसलिए छात्रों में इस बीमारी के लक्षण होने की संभावना नहीं है. फिर भी मेडिकल टीम की नियमित जांच करेगी.