भिवाड़ी (अलवर). जिले में जिला कलेक्टर की ओर से घोषित किए गए कंटेनमेंट जोन का शुक्रवार को दूसरा दिन है. दूसरे दिन भी यहां के बाजार पूरी तरह से बंद नजर आए. वहीं जरूरी सेवाओं की दुकानों के लिए सुबह 7 बजे से 11 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है. जिले में कंटेनमेंट जोन की घोषणा पर आपत्ति जताते हुए नगर परिषद के सभापति शीशराम तंवर ने कहा है कि पूरे शहर को ही लॉकडाउन नहीं किया जाना चाहिए, वह इसके पक्ष में नहीं हैं.
साथ ही हरियाणा का इलाका भिवाड़ी से लगता हुआ है, जोकि पूरी तरह से खुला हुआ है. साथ ही बता दें कि चौक चौराहे उतने बिजी हैं, इसलिए घोषणा का कोई खास असर कोरोना की रफ्तार पर होता हुआ नहीं दिखाई दे रहा. इसमें सिर्फ बाजारों को ही बंद किया गया है, जबकि उद्योग इकाइयां निरंतर सुचारू रूप से चालू है. शीशराम तवर ने कहा है कि कंटेनमेंट जोन की घोषणा के मामले पर जिला कलेक्टर को पुनर्विचार करना चाहिए.
ताकि अभी तक जिस तरह से बाजार बंद किए गए हैं, उसमें सिर्फ व्यापारी और छोटे दुकानदार ही घसीटे जा रहे हैं. जबकि कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए इकाइयों को भी बंद करना जरूरी है. साथ उन्होंने कहा कि या तो बाजार भी खोले जाए या उद्योग इकाई अभी बंद की जाए. शीशराम तवर ने बताया कि उनसे अनेकों व्यापारी संपर्क कर रहे हैं, कि आखिर सिर्फ बाजार व दुकानें ही बंद क्यों की गई हैं.
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इस संदर्भ में शुक्रवार को नगर परिषद सभापति व उपसभापति ने उपखंड अधिकारी खेमाराम यादव से फोन पर बात की है और पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी से मुलाकात की है. बहरहाल सभापति ने आपत्ति जताते हुए कहा है कि इस कंटेनमेंट जोन की घोषणा को लेकर जिला कलेक्टर को एक बार फिर से विचार करना चाहिए.