अलवर: सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के डिमांड लगातार बढ़ रही है. स्कूल में प्रवेश के लिए अभिभावक कई सालों से आवेदन कर रहे हैं. लेकिन लिमिटेड सीट होने के कारण छात्रों का प्रवेश नहीं हो पाता है. अलवर के महात्मा गांधी सरकारी स्कूल में आवेदन के पहले ही दिन बड़ी संख्या में अभिभावकों ने आवेदन किया तो शनिवार को एडमिशन के लिए लॉटरी (Lottery drawn due to increasing demand for admission) निकाली गई.
गरीब परिवारों के बच्चों को भी इंग्लिश मीडियम बेहतर शिक्षा मिले. इसके लिए प्रदेश सरकार की तरफ से अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूल खोले गए. अलवर शहर में नयाबास उच्च माध्यमिक विद्यालय को इंग्लिश मीडियम में कन्वर्ट किया गया. जब से यह स्कूल इंग्लिश मीडियम में कन्वर्ट हुआ है. उस सत्र से यहां बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. सभी कक्षाओं में सीटें फुल रहती हैं. एक भी सीट खाली नहीं रहती है. लिमिटेड सीट होने के कारण अभिभावक में बच्चों का प्रवेश भी नहीं लगा पा रहे हैं. नए सत्र के लिए 2 मई से प्रवेश प्रक्रिया शुरू हुई.
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बडी संख्या में अभिभावकों ने आवेदन किया. स्कूल स्टाफ ने कहा कि केवल नर्सरी व पहली कक्षा में प्रवेश की प्रक्रिया हुई. हालांकि नवी कक्षा में भी सीटें खाली हैं. लेकिन अभी नवीं कक्षा में प्रवेश के आदेश नहीं मिले हैं. जैसे ही आदेश मिलेंगे उसकी प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी. नर्सरी व पहली कक्षा के लिए शनिवार को अभिभावकों के सामने लौटरी निकाली गई. उसके बाद जिन बच्चों का चयन हुआ उनकी सूची स्कूल की तरफ से चपसा की गई.
स्कूल की प्रधानाचार्य ने कहा लिमिटेड सीट होने के कारण सभी छात्रों का प्रवेश नहीं हो पाता है. कुछ अभिभावक तो 3 साल से प्रवेश के लिए प्रयास कर रहे हैं. लेकिन उनको सफलता नहीं मिली है. इस बार नर्सरी व पहली कक्षा में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हुई है. नर्सरी में 25 और कक्षा एक में 10 सीटों के लिए शनिवार को लॉटरी निकाली गई. जबकि नवीं कक्षा में भी प्रवेश की सीटें हैं. क्योंकि आठवीं कक्षा में 35 सीटें हैं. लेकिन नवीं कक्षा में उनकी संख्या 60 हो जाती है. इसलिए 25 छात्रों का प्रवेश नवी कक्षा में किया जाएगा. उन्होंने कहा कि लॉटरी सिस्टम से प्रवेश किया गया.
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स्कूल का भवन छोटा है. इसलिए ज्यादा सेक्शन भी नहीं बनाए गए हैं. नर्सरी में पहली कक्षा में प्रवेश के लिए इस बार करीब 500 फॉर्म जमा होने की उम्मीद है. फॉर्म जमा करने की तारीख समाप्त होने के बाद लॉटरी प्रक्रिया से प्रवेश प्रक्रिया की गई है. स्कूल में बेहतर शिक्षा छात्रों को मिल रही है. इसलिए लोग निजी स्कूलों से नाम कटवा कर सरकारी स्कूल में प्रवेश करवा रहे हैं. इंग्लिश मीडियम स्कूल में निजी स्कूलों की तरह शिक्षा व्यवस्था है. साथ ही सभी तरह की सुविधाएं छात्रों को नि:शुल्क दी जाती है.