अलवर. जिले में 71 सालों से लगातार पुरुषार्थी समाज रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित करता है. ऐसे में इस बार रावण दहन के अवसर पर 62 फुट के हंसते हुए रावण का दहन किया जाएगा.
आमतौर पर हर जिले में जिला प्रशासन की तरफ से रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. लेकिन सिर्फ अलवर जिले में पुरुषार्थी समाज आजादी के बाद से रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है. लगातार 71 सालों से समाज की तरफ से यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया जा रहा है. इस बार जिले में हंसते हुए रावण का पुतला दहन किया जाएगा. वहीं रावण को आकर्षित बनाने के लिए उसको विशेष चमकीले पेपर से तैयार किया गया है. रावण की कुंडल एलईडी लाइट युक्त होंगे, जो लगातार घूमते रहेंगे.
वहीं रावण में बीते साल की तुलना में इस बार ज्यादा आतिशबाजी लोगों को देखने को मिलेगी. मेरठ की विशेष कलाकारों द्वारा रावण बनाने का काम लगातार जारी है. इस बार आतिशबाजी भी मेरठ से ही मंगवाई गई है. बता दे कि पिछले साल दशहरा मैदान में रखे पटाखों में अचानक आग लग गई थी. जिससे वहां बड़ा हादसा होते-होते टल गया था. इसलिए इस बार आतिशबाजी के लिए विशेष कलाकार बुलाए गए हैं.
पढ़े: प्याज के भाव अभी उतरे नहीं कि लहसुन हो गया 150 के पार, फिलहाल राहत की उम्मीद नहीं
पुरुषार्थी समिति के प्रवक्ता सौरव कालरा ने बताया कि इस बार रावण खासा बेहतर और अलग होगा. रावण को बनाने के लिए मेरठ से विशेष कारीगर अलवर आए हुए हैं. रावण करीब 62 फुट ऊंचा होगा. वहीं कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले 55 फुट के आस पास होंगे. आतिशबाजी के लिए भी मेरठ से कलाकार बुलाए गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि 6 अक्टूबर को रावण दशहरा मैदान में शिफ्ट किया जाएगा और उसको वहां लगाने का काम होगा. वहीं 8 अक्टूबर को विधि विधान से दशहरा मैदान में रावण दहन कार्यक्रम होगा.