अलवर. जिले में 20 से अधिक पर्यटन स्थल है. यहां महाराजा भर्तहरि सहित कई साधू-संतों ने कभी तपस्या की थी. अलवर की धरती को तपोस्थली भी कहा जाता है, लेकिन इन दिनों मॉब लिंचिंग की घटनाओं के चलते शहर लगातार बदनाम हो रहा है.
सोमवार को भिवाड़ी में चोरी के शक पर 15 से 20 लोगों ने 3 लोगों को जमकर पीटा. यह पहला मौका नहीं है, इससे पहले अलवर में छोटी-बड़ी 20 के अधिक घटनाएं हो चुकी है. कुछ दिनों पहले लगातार बच्चा चोरी, बाइक चोरी के शक पर लोगों ने कई लोगों को जमकर पीटा, तो वहीं उससे पहले गो तस्करी के रूप में मॉब लिंचिंग के मामले सामने आ चुके हैं. इन घटनाओं के चलते तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है.
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इन सभी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने मॉब लिंचिंग का नया कानून भी बनाया और इसमें कठोर सजा का प्रावधान रखा. लेकिन इन सब के बावजूद भी अलवर में लगातार घटनाओं का सिलसिला जारी है. पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की. न ही इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, इसलिए यहां लगातार लोगों के हौसले बुलंद हो रहे हैं. जिले में क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. यहां 2 एसपी लगने के बाद भी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है. अलवर प्रदेश का पहला ऐसा जिला है, जिसमें दो एसपी सरकार ने लगाए हैं.