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अलवर में जोरशोर से चल रहे इन दो नारों ने भाजपा-कांग्रेस में मचाई खलबली, नेताओं की बढ़ी बेचैनी

अलवर में इन दिनों कई ऐसे नारे बड़े जोर शोर से प्रचारित किए जा रहे है, जिनसे सत्ता के समीकरण झटके में बदल सकते है. कहने को तो ये नारे जनता की ओर से बनाया गया है, लेकिन निश्चित तौर पर कहा नहीं जा सकता कि ये किसी पार्टी या प्रत्याशी का समर्थन या विरोध नहीं कर रहे.

जनता के बीच चल रहे दो नारे
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Published : Apr 7, 2019, 4:49 PM IST

अलवर. चुनावों में नारे हार जीत का महत्वपूर्ण समीकरण बनाते हैं. नारों का अपना अलग ही महत्व है. पिछले लोकसभा चुनाव प्रचारित भाजपा का नारा 'अबकी बार मोदी सरकार' ने जहां मोदी लहर का निर्माण किया तो वहीं राजस्थान विधानसभा चुनावों में चला नारा ' वसुंधरा तेरी खैर नहीं, मोदी तुझसे बैर नहीं 'ने भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंका. इस बार अलवर की सियासी जमीन पर भी कुछ ऐसे ही नारे प्रचारित हो रहे है.

खास बात यह है कि जिले में बड़े स्तर पर चल रहे इन नारों से दोनों ही बड़ी पार्टियों के प्रत्याशियों की बेचैनी बढ़ गई है. ' हम इन नारों पर ध्यान नहीं देते' प्रत्याशियों के ये कथन कुछ न कहकर भी बहुत कुछ कह जाते है.

जनता के बीच चल रहे दो नारे

दरअसल अलवर में सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म पर कुछ नारे चल रहे हैं. "जितेंद्र सिंह तुझसे बैर नहीं, राहुल तेरी खैर नही'. वहीं दूसरा नारा इस प्रकार है'बाबा तेरी खैर नहीं, मोदी तुझसे बैर नहीं" ये नारे कहीं न कहीं क्षेत्र में अप्रत्यक्ष लहर का निर्माण कर रहे है. जिससे भाजपा और कांग्रेस दोनो पार्टियों में खलबली मची हुई है. देखना होगा मतदान के दिन ऊंट किस करवट बैठता है लेकिन जनता के बीच चल रहे इन नारों से नेताओ की बैचेनी बढ़ गई और डेमेज कंट्रोल में जुटे हुए हैं.

बता दें कि अलवर में भाजपा की ओर से बाबा बालकनाथ और कांग्रेस की ओर से जितेंद्र सिंह मैदान पर उतरे है. वहीं बसपा ने इमरान खान पर दांव खेला है. जिले में हिन्दू मुस्लिम की राजनीति चर्म पर रहती है और मॉब लिंचिंग, गौतस्करी ओर गौकशी की वजह से क्षेत्र विश्वपटल पर बदनाम भी हो चुका है. लेकिन लोगों की ओर से जारी इन नारों से नेताओं की हवाइयां उड़ी हुई है.

कांग्रेस पार्टी के प्रत्यासी जितेंद्र सिंह का कहना है कि वे नारे और अफवाहों पर ध्यान नहीं देते हैं. उन्होंने कहा कि बाबा को पहले भी जनता देख चुकी है. मैं इन नारो और अफवाहों पर अपना समय बर्बाद नही करता हूं.
भाजपा प्रत्याशी बाबा बालकनाथ का कहना है जनता की अपनी सोच है और अपने विचार है. वे उसके आधार पर नारे बनाते हैं. हमें अपना काम करना हैं, जिस मार्ग ओर चल रहे है, उस पर आगे बढ़ना है.

अलवर. चुनावों में नारे हार जीत का महत्वपूर्ण समीकरण बनाते हैं. नारों का अपना अलग ही महत्व है. पिछले लोकसभा चुनाव प्रचारित भाजपा का नारा 'अबकी बार मोदी सरकार' ने जहां मोदी लहर का निर्माण किया तो वहीं राजस्थान विधानसभा चुनावों में चला नारा ' वसुंधरा तेरी खैर नहीं, मोदी तुझसे बैर नहीं 'ने भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंका. इस बार अलवर की सियासी जमीन पर भी कुछ ऐसे ही नारे प्रचारित हो रहे है.

खास बात यह है कि जिले में बड़े स्तर पर चल रहे इन नारों से दोनों ही बड़ी पार्टियों के प्रत्याशियों की बेचैनी बढ़ गई है. ' हम इन नारों पर ध्यान नहीं देते' प्रत्याशियों के ये कथन कुछ न कहकर भी बहुत कुछ कह जाते है.

जनता के बीच चल रहे दो नारे

दरअसल अलवर में सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म पर कुछ नारे चल रहे हैं. "जितेंद्र सिंह तुझसे बैर नहीं, राहुल तेरी खैर नही'. वहीं दूसरा नारा इस प्रकार है'बाबा तेरी खैर नहीं, मोदी तुझसे बैर नहीं" ये नारे कहीं न कहीं क्षेत्र में अप्रत्यक्ष लहर का निर्माण कर रहे है. जिससे भाजपा और कांग्रेस दोनो पार्टियों में खलबली मची हुई है. देखना होगा मतदान के दिन ऊंट किस करवट बैठता है लेकिन जनता के बीच चल रहे इन नारों से नेताओ की बैचेनी बढ़ गई और डेमेज कंट्रोल में जुटे हुए हैं.

बता दें कि अलवर में भाजपा की ओर से बाबा बालकनाथ और कांग्रेस की ओर से जितेंद्र सिंह मैदान पर उतरे है. वहीं बसपा ने इमरान खान पर दांव खेला है. जिले में हिन्दू मुस्लिम की राजनीति चर्म पर रहती है और मॉब लिंचिंग, गौतस्करी ओर गौकशी की वजह से क्षेत्र विश्वपटल पर बदनाम भी हो चुका है. लेकिन लोगों की ओर से जारी इन नारों से नेताओं की हवाइयां उड़ी हुई है.

कांग्रेस पार्टी के प्रत्यासी जितेंद्र सिंह का कहना है कि वे नारे और अफवाहों पर ध्यान नहीं देते हैं. उन्होंने कहा कि बाबा को पहले भी जनता देख चुकी है. मैं इन नारो और अफवाहों पर अपना समय बर्बाद नही करता हूं.
भाजपा प्रत्याशी बाबा बालकनाथ का कहना है जनता की अपनी सोच है और अपने विचार है. वे उसके आधार पर नारे बनाते हैं. हमें अपना काम करना हैं, जिस मार्ग ओर चल रहे है, उस पर आगे बढ़ना है.

Intro:एंकर....अलवर लोकसभा चुनाव में जनता के बीच मे एक नारा नेताओ की बेचैनी बढ़ा रहा है। इससे भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टीयो के नेताओ में खलबली मची हुई है ओर उनकी नींद उड़ी हुई है। दरअसल अलवर में एक नारा चल रहा है। "जितेंद्र सिंह तुझसे बैर नही राहुल तेरी खैर नही।वहीं दूसरा नारा चल रहा है। बाबा तेरी खैर नही नही मोदी तुझसे बैर नही।" देखना होगा मतदान के दिन ऊंट किस करवट बैठता है लेकिन जनता के बीच चल रहे इन नारो से नेताओ की बैचेनी बढ़ गई और डेमेज कंट्रोल में जुटे हुए है।




Body:राजस्थान के सिंहद्वार अलवर लोकसभा के लिए तात्कालिक सांसद महंत चन्दनाथ के निधन के बाद 2018 में हुए लोकसभा उपचुनाव से देशभर में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। लोकसभा उपचुनाव में तात्कालिक सीएम वसुंधरा राजे से लोगो की नाराजगी के चलते भाजपा को उपचुनाव में विजयी रथ पर चल रही भाजपा को मुह की खानी पड़ी थी। इसके बाद विधानसभा चुनाव में भाजपा का जो हश्र हुआ वह सर्व विदित है। लेकिन अलवर में एकबार फिर राजनीतिक गलियारों में चुनावी चर्चाओं ओर नारो ओर शफूगों का दौर चल रहा है। अलवर में भाजपा की ओर से बाबा बालकनाथ ओर कांग्रेस की ओर से जितेंद्र सिंह पर दांव खेला है। वहीँ बसपा की ओर से इमरान खान पर दांव खेला गया है। अलवर जिले में हिन्दू मुस्लिम की राजनीति चर्म पर रहती है और मॉब लिंचिंग, गौतस्करी ओर गौकशी के विश्वपटल पर बदनाम हो चुका है। लेकिन पर अभी जातीय राजनीति से ऊपर उठकर लोगो के द्वारा विकास और देशहित के मुद्दे पर नारे शुरू कर दिए है। लोगो के द्वारा दिये जा रहे ये नारो से नेताओ की हवाइयां उड़ी हुई है। अलवर लोकसभा क्षेत्र में "जितेंद्र सिंह तुझसे बैर नही राहुल तेरी खैर नही।वहीं दूसरा नारा चल रहा है। बाबा तेरी खैर नही नही मोदी तुझसे बैर नही।"

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से पूर्व राजस्थान में एक नारा चला था "मोदी तुझसे बैर नही वसुंधरा तेरी खैर नही।" जिसका खामियाजा भाजपा को सत्ता गवां कर चुकानी पड़ी थी।
इस नारे के बारे में कांग्रेस पार्टी के प्रत्यासी जितेंद्र सिंह का कहना है कि नारे ओर अफवाहों पर ध्यान नही देता हूँ और बाबा को पहले भी जनता देख चुकी है। मैं इन नारो ओर अफवाहों पर अपना समय बर्बाद नही करता हूँ।
भाजपा प्रत्याशी बाबा बालकनाथ का कहना है जनता का अपनी सोच है ओर अपने विचार है और वे उसके आधार पर नारे बोलते है। हमे अपना काम करना है जिस मार्ग ओर चल रहे उस पर आगे बढ़ना है।





Conclusion:वहीं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने कांग्रेस प्रत्यासी के बारे चल रहे नारे के बारे बताया कि इस बारे में कांग्रेसियों से पूछिए ओर जितेंद्र सिंह की खैर नही ओर राहुल की भी खैर नही है। भाजपा प्रत्यासी के खिलाफ चल रहे नारे के बारे में कहा बाबा भी मोदी जी के है और मोदी जी भी बाबा के है।


बाईट..बाबा बालकनाथ...भाजपा प्रत्याशी


बाईट...जितेंद्र सिंह...कांग्रेस प्रत्यासी


बाईट..अशोक परनामी...पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भाजपा
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