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अलवर: बहरोड़ अस्पताल परिसर में अवैध पार्किंग से मरीज परेशान

अलवर के राजकीय सामुदायिक अस्पताल बहरोड़ में मरीजो का परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल के मेन गेट के सामने अवैध पार्किंग के चलते वाहन चालक वाहन को मुख्य द्वार पर पार्क कर देते हैं.

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Published : Aug 9, 2019, 3:51 AM IST

बहरोड़(अलवर). राजकीय सामुदायिक अस्पताल बहरोड़ के प्रबंधन की उदासीनता के चलते मरीजो का परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने अवैध पार्किंग के चलते वाहन चालक, वाहन को मुख्य द्वार पर पार्क कर देते हैं. जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजो व उनके परिजनों को परेशानी उठानी पड़ती है . निकलने का रास्ता भी नहीं मिल पाता है.

अस्पताल परिसर में पार्किंग की समस्या

यह भी पढ़ें: दौसा में ट्रेन की चपेट में आने से दो युवतियों की मौत

अस्पताल इंचार्ज सुरेश यादव ने बताया कि हमने पिछली बार भी पार्किंग का ठेका दिया था, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के लोग स्थानीय होने के कारण पार्किंग के रुपये नही देंने पर उनके साथ लड़ाई झगड़ा करते हैं. जिससे कोई भी ठेकेदार ठेका लेने नही आता है. जिस पर मरीजों के परिजन अस्पताल के मुख्य द्वार पर वाहन लगा देते हैं. जिस कारण काफी परेशानी उठानी पड़ती है. लोकल होने के कारण परिजनों की भी जिम्मेदार बनती है कि अस्पताल के मुख्य द्वार पर अवैध रूप से वाहन खड़ा नही करें. अब देखना होगा कि इस अवैध पार्किंग से कब छुटकारा मिलता है.

बहरोड़(अलवर). राजकीय सामुदायिक अस्पताल बहरोड़ के प्रबंधन की उदासीनता के चलते मरीजो का परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने अवैध पार्किंग के चलते वाहन चालक, वाहन को मुख्य द्वार पर पार्क कर देते हैं. जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजो व उनके परिजनों को परेशानी उठानी पड़ती है . निकलने का रास्ता भी नहीं मिल पाता है.

अस्पताल परिसर में पार्किंग की समस्या

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अस्पताल इंचार्ज सुरेश यादव ने बताया कि हमने पिछली बार भी पार्किंग का ठेका दिया था, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के लोग स्थानीय होने के कारण पार्किंग के रुपये नही देंने पर उनके साथ लड़ाई झगड़ा करते हैं. जिससे कोई भी ठेकेदार ठेका लेने नही आता है. जिस पर मरीजों के परिजन अस्पताल के मुख्य द्वार पर वाहन लगा देते हैं. जिस कारण काफी परेशानी उठानी पड़ती है. लोकल होने के कारण परिजनों की भी जिम्मेदार बनती है कि अस्पताल के मुख्य द्वार पर अवैध रूप से वाहन खड़ा नही करें. अब देखना होगा कि इस अवैध पार्किंग से कब छुटकारा मिलता है.

Intro:राजकीय सामुदायिक अस्पताल बहरोड़ के प्रबंधन की उदासीनता के चलते मरीजो का परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने अवेध पार्किंग के चलते वाहन चालकों के द्वारा वाहन मुख्य द्वार पर पार्किंग कर दिए जाते है Body:बहरोड़- एंकर- राजकीय सामुदायिक अस्पताल बहरोड़ के प्रबंधन की उदासीनता के चलते मरीजो का परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने अवेध पार्किंग के चलते वाहन चालकों के द्वारा वाहन मुख्य द्वार पर पार्किंग कर दिए जाते है । जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजो व उनके परिजनों को परेसानी उठानी पड़ती है । निकलने का रास्ता भी नही मिल पाता है । अस्पताल इंचार्ज सुरेश यादव ने बताया कि हमने पिछली बार भी पार्किंग का ठेका दिया था लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के लोग स्थानीय होने के कारण पार्किंग के रुपये नही देंने पर उनके साथ लड़ाई झगड़ा करते है । जिससे कोई भी ठेकेदार ठेका लेने नही आता है । जिस पर मरीजों के परिजनों के द्वारा अस्पताल के मुख्य द्वार पर वाहन लगा दिए जाते है । जिस कारण काफी परेशानी उठानी पड़ती है । लोकल होने के कारण परिजनों की भी जिम्मेदार बनती है कि अस्पताल के मुख्य द्वार पर अवैध रूप से वाहन खड़ा नही करें । उन्ही को परेशानी होती है । अब देखना होगा कि इस अवैध पार्किंग से कब छुटकारा मिलता है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा । byte_dr suresh yadav _ aspatal incharjConclusion:राजकीय सामुदायिक अस्पताल बहरोड़ के प्रबंधन की उदासीनता के चलते मरीजो का परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने अवेध पार्किंग के चलते वाहन चालकों के द्वारा वाहन मुख्य द्वार पर पार्किंग कर दिए जाते है । जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजो व उनके परिजनों को परेसानी उठानी पड़ती है । निकलने का रास्ता भी नही मिल पाता है ।
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