अलवर. हर साल की तरह इस साल भी अलवर के सागर जलाशय क्षेत्र में शाही अंदाज में गणगौर की सवारी निकाली गई. बैंड बाजे के साथ निकली सवारी में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. वहीं, महिलाएं सोलह श्रृंगार में नाचते गाते नजर आईं. इस दौरान पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया तो राज परिवार के लोग भी इस सवारी में शरीक हुए. दरअसल, शुक्रवार को अलवर के सिटी पैलेस से गणगौर की सवारी निकाली गई. इस दौरान पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया और उसके बाद बैंड बाजे के साथ सवारी निकाली गई. गणगौर की ये सवारी करीब 200 सालों से लगातार निकाली जाती आ रही है.
वहीं, शुक्रवार को गणगौर की सवारी के बीच महिलाएं खासा उत्साह दिखीं और सवारी के पीछे-पीछे गीत गाते व पुष्प वर्षा करते नजर आईं. राज शाही अंदाज से निकाली गई गणगौर की सवारी अपना खास महत्व रखती है. इधर, जैसे ही गणगौर की सवारी सागर जलाशय पहुंची, वहां महिलाओं का हुजूम उमड़ गया. राज शाही समय में राजा महाराजा इस सवारी में शामिल होते थे. साथ ही इस सवारी में सभी जाति धर्म के लोगों की भागीदारी होती है. गणगौर की सवारी के बाद महिलाओं को प्रसाद वितरित किया गया और उसके बाद महिलाएं अपनी गणगौर लेकर सागर जलाशय पहुंची.
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महिलाओं ने सागर जलाशय में गणगौर का विसर्जन किया. विसर्जन के दौरान पुलिस प्रशासन की ओर से व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखी गई. साथ ही बच्चे अपने माता-पिता के साथ सवारी का आनंद लेते दिखाई दिए.