शाहजहांपुर बॉर्डर (अलवर). राजस्थान-हरियाणा सीमा पर लगातार किसान तीनों कृषि कानून वापस लेने की बात को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. राजस्थान के विभिन्न जिलों के गांवों से किसान अलवर पहुंचे. किसानों ने कहा कि सीमा पर उनके बेटे डटे हुए हैं. दुश्मन का मुकाबला कर रहे हैं और हरियाणा सीमा पर वो नए कानूनों का विरोध कर रहे हैं. जब तक सरकार इन तीनों कृषि कानून को वापस नहीं लेती, उनका विरोध जारी रहेगा वो पीछे नहीं हटेंगे.
राजस्थान-हरियाणा सीमा पर सरकार के तमाम आरोपों के बाद भी लगातार किसान अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर सरकार का विरोध कर रहे हैं. केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी होती है. राजस्थान के विभिन्न गांव से हजारों किसानों अलवर पहुंचे. किसानों ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. किसानों ने कहा कि उन लोगों को ठंड में रहने की आदत है. सर्दी के मौसम में वो लगातार खेतों में पानी मोड़ते हैं. रात भर सर्दी के मौसम में खेतों में काम करते हैं, उनको इसकी आदत है लेकिन 2 महीने से अधिक समय बीत चुका है. सरकार को किसानों की याद नहीं आई. उन्होंने कहा कि सीमा पर उनके बेटे दुश्मन का सामना कर रहे हैं. विदेश के अंदर देश को खत्म करने वाली ताकतों के लिए किसान एकजुट है. यह देश पूंजीपति के हाथों में बेचा जा रहा है.
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किसानों ने ईटीवी भारत से अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि रात भर सर्द भरी हवाओं का सामना करते हैं. अलाव के आगे बैठकर अपनी रात को जागते है. वो जब तक पीछे नहीं हटेंगे. जब तक सरकार तीनों किसी कानूनों को वापस नहीं ले लेती. फिर चाहे उसके लिए किसानों को किसी भी हद तक जाना पड़े. किसानों ने कहा कि वो घर से निकले हैं और अपनी जान हथेली पर लेकर आए हैं. सभी परिस्थितियों का सामना करेंगे. फिर चाहे कुछ भी हो.
एक बार फिर से लगातार किसानों का आंदोलन उग्र होता नजर आ रहा है. किसान चक्का जाम की तैयारी कर रहे हैं तो सरकार की तरफ से लगातार किसानों को रोकने के प्रयास भी जारी है. किसानों ने कहा कि सरकार कोई भी जतन प्रयास करें लेकिन किसान पीछे हटने वाला नहीं है.