बहरोड़ (अलवर). नीमराणा कस्बा स्थित नीमराणा फोर्ट में वैशाली कला केंद्र के तत्वावधान में शुक्रवार को उम्मीद नृत्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ. कार्यक्रम से पहले गुरु ज्योति श्रीवास्तव और युवा ओडिसी नृत्य राहुल वार्ष्णेय की ओर से पूजा अर्चना की गई. इसके बाद उन्होंने भजन "राम कृपाल भजन" करते हुए अपना प्रदर्शन शुरू किया. यह प्रदर्शन गुरु ज्योति श्रीवास्तव की ओर से किया गया. इस दौरान सरोज मोहंती ने संगीत दिया और ज्योति श्रीवास्तव ने कोरियोग्राफी की भुमिका निभाई. इसके साथ ही राहुल वार्ष्णेय ने शिव स्तुति करते हुए अपनी गरिमामय प्रस्तुत दी और गाने का राग " मल कौंस " है दिया. इसके बाद "उमीद", नृत्य का प्रदर्शन किया गया.
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आयोजकों ने बताया की "उम्मीद " की अवधारणा का अर्थ है कि हर कलाकार को एक सकारात्मक उम्मीद और आशा रखनी चाहिए है. क्योंकि जल्द ही अब फिर से एक कलाकार और दर्शकों के बीच कोई दूरी नहीं होगी. क्योंकि नया साल जल्द ही आने वाला है. इसलिए हम उम्मीद करते हैं कि नया साल सभी कलाकारों के लिए एक सकारात्मक सोच के साथ नई आशाओं के साथ आएगा. आपको बता दें कि "उम्मीद " की प्रस्तुति के बाद , स्वर्गीय गुरु देबाप्रसाद दास द्वारा रचना कल्याणी पल्लवी, ओडिसी डाँसर राहुल वार्ष्णेय ने प्रस्तुत दी.
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जो "विरहा" बॉलीवुड गीत "ए रे सखी" पर और शास्त्रीय राग मारवा पर आधारित था. इस गीत को सिद्धार्थ किशोर सहित नोएडा के युवा गायक और राहुल वार्ष्णेय नृत्य द्वारा प्रस्तुत किया गया. कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने ओडिसी नृत्य और बॉलीवुड गीत को खूब सराहा. नीमराणा फोर्ट में इस तरह की पहली प्रस्तुति का संभागियों ने खूब आनंद उठाया. पूरे शो को कलाकार मोना ने स्केच किया जो शो की नई अवधारणा भी है कि रंग और नृत्य समानांतर कैसे चलते हैं. इस कार्यक्रम के दौरान मेहमानों का नीमराणा फोर्ट होटल वरिष्ठ प्रबंधक विवेक शुक्ला और लाइजिनिंग प्रबंधक सतीश भार्गव ने उनका स्वागत किया.