भिवाड़ी (अलवर). क्षेत्र स्थित तिजारा विधायक के निवास और कार्यालय पर निजी शिक्षण संस्थान एसोसिएशन के पदाधिकारी और सदस्य बड़ी संख्या में पहुंचे और घेराव किया. निजी शिक्षण संस्थान एसोसिएशन के सदस्यों ने बताया कि सरकार द्वारा कक्षा 1 से 9 तक के स्कूल के बच्चों का कोरोना वायरस बढ़ते प्रकोप को मद्देनजर रखते हुए बंद करने का जो फैसला लिया गया है, वह संस्थानों के नुकसान का कारण है, जिससे न सिर्फ विद्यार्थियों की शिक्षा बाधित हो रही है, बल्कि उनके काम धंधे को भी नुकसान हो रहा है.
शिक्षण संस्थान संचालकों और पदाधिकारियों ने बताया कि एक ओर तो सरकार कोरोना गाइडलाइन का हवाला देते हुए शिक्षण संस्थानों को बंद कर रही है और दूसरी ओर केंद्र और राज्य सरकार की चुनाव में आ रही अथाह भीड़ जहां पर नहीं तो सोशल डिस्टेंसिंग की पालना हो रही है और ना ही मास्क आदि लगाया गया है, वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग आदि की अवहेलना खुलेआम की जा रही है, तब भी कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही और यहां आम जनता और शिक्षण संस्थानों को कार्रवाई के नाम पर बंद किया जा रहा है, जिससे अब उनके पास सिर्फ एक ही रास्ता है या तो विद्रोह करें या आत्महत्या करें. ऐसे में ज्ञापन सौंपने पहुंचे पदाधिकारियों ने बताया कि सरकार जल्द से जल्द इस पर कोई फैसला लें. अन्यथा कोरोना की चेन टूटे या न टूटे शिक्षण संस्थानों की चेन जरूर टूट जाएगी.
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बहरहाल पदाधिकारी घेराव करने पहुंचे तो निवास या कार्यालय पर तिजारा विधायक संदीप यादव नहीं मिले. फोन पर हुई वार्ता में संदीप यादव ने आश्वासन देते हुए कहा कि उनकी मांगे बिल्कुल जायज है और कोविड-19 महामारी अधिनियम के तहत सभी नियमों को मद्देनजर रखते हुए मुख्यमंत्री महोदय से बात करते हुए समस्या का समाधान किए जाने के प्रयास किए जाएंगे. वहीं निजी शिक्षण संस्थान तिजारा विधायक के प्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपकर अपनी बात रखते हुए वापस लौट गए.