रामगढ़ (अलवर). जिले के रामगढ़ में परिणाम कम देने वाले शिक्षकों के खिलाफ शिक्षा विभाग सख्त हो गया है. ऐसे शिक्षकों को विभागीय स्तर पर जहां मौखिक रूप से फटकार लगाई जा रही है. वहीं, लिखित में स्पष्टीकरण भी मांगा जा रहा है.
शिक्षा विभाग के सीबीईओ जगदीश जाटव ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण बच्चों की पढ़ाई चौपट हो चुकी थी. जिसे पटरी पर लाने के लिए स्कूलों का निरीक्षण करते हुए कई निर्देश दिए जा रहे हैं. जिन अध्यापकों ने सरकार की ओर से निर्धारित परिणाम नहीं दिए हैं, उन्हें नोटिस दिए जा रहे हैं.
पटवार संघ की कलम बंद हड़ताल जारी
रामगढ़ में पटवार संघ की प्रदेश स्तरीय विभिन्न मांगों को लेकर पटवारियों की चौथे दिन भी कलमबंद हड़ताल जारी रही. रामगढ़ ब्लॉक के पटवार संघ अध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि राजस्थान पटवार संघ के आह्वान पर राज्य के सभी पटवारी 15 जनवरी से हड़ताल पर चल रहे हैं. एक मार्च से लेकर आज 4 मार्च तक कलम बंद हड़ताल कर तहसील कार्यालय के बाहर धरना दे रहे हैं. पटवारियों का कहना है कि राज्य सरकार से पटवार संघ की विभिन्न मांगों से संबंधित सन 2012 में जो समझौते हुए थे. उनको राज्य सरकार लागू नहीं कर रही है और अधिकतर पटवारियों के पास तीन तीन पटवार क्षेत्र के चार्ज दिए हुए हैं.
जमीन के आपसी विवाद को सुलझाया
भिवाड़ी. यूआईटी फेज थर्ड थाना क्षेत्र के सेक्टर पांच शिव मंदिर पार्क ओर आदर्श विद्या मंदिर के बीच में स्थित जमीन को लेकर स्कूल प्रबंधन और पार्षद के बीच विवाद हो गया. विवाद को बढ़ता देख सभापति शीशराम तंवर, बीएमए अध्यक्ष ब्रजमोहन मित्तल सहित दोनों तरफ से लोग मौके पर पहुंचे और समझाइश कर मामले को शांत कराया. जिसमें स्कूल प्रबंधन ने कहा कि 15 मार्च को यहां सामूहिक विवाह होना है, तब तक दीवार का निर्माण नही किया जाए. इस पर पार्षद और पंचों ने सहमति जताई. सामूहिक विवाह के बाद दीवार को ऊंचा उठाया जाएगा.
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जानकारी के मुताबिक यूआईटी सेक्टर पांच में स्थित शिव मंदिर पार्क के बराबर से 1700 वर्गमीटर जमीन है. 4 फरवरी को हुई बजट बैठक में इस जमीन को पार्क के साथ मिलाने के लिए नगर परिषद में प्रस्ताव पारित किया गया था. जिसके बाद इस जमीन पर दीवार उठाने के लिए नगर परिषद ने करीब पांच लाख रुपए राशि का टेंडर लगाया था. ठेकेदार ने बुधवार शाम को यहां नींव खुदाई कर गुरुवार सुबह से नींव भरना शुरू किया तो स्कूल प्रबंधन ने इसका विरोध किया.
प्रधानाचार्य दीपक शर्मा ने बताया कि सेक्टर पांच की 4700 वर्ग मीटर जमीन मास्टर प्लान में स्कूल के लिए आरक्षित है, जिसमें से 3000 वर्गमीटर जमीन उन्होंने शासन से 16 अक्टूबर 2017 को रिजर्व प्राइस पर स्कूल के लिए आवंटित कराई थी. जमीन को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ने पर मौके पर पहुंचे लोगों ने समझाइश करके मामले को शांत कराया.