बहरोड़ (अलवर). जिले के बहरोड़ नगर पालिका में भ्रष्टाचार की जांच एसीबी में चल रही है, इसके तहत जिस ठेकेदार की भ्रष्टाचार की शिकायत पर ट्रेप की कार्रवाई की गई है. उस ठेकेदार से संबंधित फाइल और दस्तावेज चोरी हो गए हैं. जिसपर नगरपालिका के अधिकारियों की मिलीभगत से गड़बड़ी होने की आशंका जताई जा रही है. जिसमें बड़ा सवाल यह उठया जा रहा है कि आखिरकार नगरपालिका से भ्रष्टाचार से जुड़ी हुई फाइल और दस्तावेज क्यों चोरी हुए हैं.
वहीं नगर पालिका बहरोड़ में मैसेज स्केप इंटरप्राइजेज की ओर से निर्माण कार्य से संबंधित मूल पत्रावली और एमबी बुक नगर पालिका के कार्यालय से चोरी होने की रिपोर्ट बहरोड़ थाने में दर्ज हो गई है. साथ ही पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है. बता दें कि 20 फरवरी 2019 को वार्ड 19 में प्रकाश के घर तक सीसी रोड बनाने की पत्रावली और अलवर रोड पर महेंद्र की दुकान से गजराज की तरफ बनाने वाली सड़क के निर्माण कार्यों की चोरी हुई है.
यह दोनों निर्माण कार्य ठेकेदार के पी एंटरप्राइजेज की ओर से कराए गए थे. जिसके द्वारा भुगतान करने की एवज में एसीबी में शिकायत की गई थी और इसी के द्वारा नगरपालिका की मनीषा यादव, राजस्व अधिकारी संजय शर्मा, संजीव शर्मा कनिष्ठ अभियंता विरेंद्र कुमार, यशोदा नंदन शर्मा और दलाल अनूप यादव को गिरफ्तार किया गया था. आरोपियों को 85 हजार की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था.
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वहीं नगरपालिका के पी एंटरप्राइजेज की मूल पत्रावली चोरी क्यों हुई है. इस बारे में ठेकेदार कपिल गुप्ता ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए जिससे सच सामने आ सके. साथ ही उनका कहना है कि भ्रष्टाचार का खेल करने वाले लोग एसीबी की पूरी कार्रवाई से बचने के लिए इस तरीके की चोरी कर रहे हैं.