अलवर. जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने शुक्रवार को होने वाले नगर पालिका चुनाव के मद्देनजर गुरुवार शाम को बहरोड़ नगर पालिका स्थित मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए. पत्रकारों से बातचीत करते हुए जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने कहा कि उनका मकसद राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देश अनुसार पारदर्शिता पूर्ण चुनाव कराना है और यह सभी की जिम्मेदारी है. इन चुनावों के लिए मजबूत पोलिंग पार्टियों का चयन किया गया है और विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया है.
कोरोना गाइडलाइन की पालना के तहत नो मास्क नो एंट्री का नियम फॉलो किया जाएगा. मास्क के बिना मतदान केंद्र पर किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा, जो भी मतदान केंद्र के अंदर पार्टियों के प्रतिनिधि बैठेंगे. वह मास्क लगाकर बैठेंगे और उन मास्कों पर किसी भी पार्टी का सिंबल अलाउ नहीं किया जाएगा. मतदान केंद्र में आने के लिए गोले लगाए गए हैं, जिसके तहत मतदान प्रक्रिया के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की जा सके.
उन्होंने कहा कि आदमी का स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है. पहला सुख निरोगी काया की नीति को अपनाते हुए व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. कोरोना पीड़ितों के मतदान को लेकर उन्होंने कहा कि जो कोरोना से पीड़ित मरीज हैं और होम आइसोलेशन में हैं. उन्हें मतदान के अंतिम दौर में पीपीई किट पहनकर मतदान कराया जाएगा. किसी भी मतदाता को मतदान से वंचित नहीं किया जाएगा. सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे एवं लाइट की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जो कोविड-19 का केयर सेंटर बनाया था. उसको मतदान केंद्र बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पोलिंग स्टेशन पूर्व में ही तय कर दिए गए थे, अगर कोई कोरोना पीड़ित मरीज आता है तो अस्पताल में भर्ती की व्यवस्था की जाएगी और किसी भी तरीके का व्यवधान पैदा नहीं होने दिया जाएगा.
कोरोना पीड़ितों के मतदान को लेकर उन्होंने कहा कि जो कोरोना से पीड़ित मरीज हैं और होम आइसोलेशन में हैं, उन्हें मतदान के अंतिम दौर में पीपीई किट पहनकर मतदान कराया जाएगा. किसी भी मतदाता को मतदान से वंचित नहीं किया जाएगा. सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे एवं लाइट की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जो कोविड-19 का केयर सेंटर बनाया था, उसको मतदान केंद्र बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पोलिंग स्टेशन पूर्व में ही तय कर दिए गए थे. अगर कोई कोरोना पीड़ित मरीज आता है, तो अस्पताल में भर्ती की व्यवस्था की जाएगी और किसी भी तरीके का व्यवधान पैदा नहीं होने दिया जाएगा.