अलवर. प्रदेशभर में युवाओं ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान अलवर में कुछ अलग ही अंदाज में प्रदर्शन करते हुए ढोलक व हारमोनियम लेकर युवा भजन करते दिखाई दिए. साथ ही सरकार की सद्बुद्धि के लिए पूजा-पाठ किया. उनकी मांग है कि वर्ष 1992 के बाद प्रदेश में कला शिक्षकों की भर्ती नहीं निकाली गई है. कला शिक्षकों की भर्ती की जाए.
सोमवार को शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर हजारों की संख्या में युवाओं ने विरोध प्रदर्शन किया. युवा कला शिक्षक भर्ती की मांग कर रहे थे. इस मांग को विरोध प्रदर्शन करते हुए युवा मिनी सचिवालय पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया. युवाओं ने कहा कि राजस्थान में 1992 के बाद कला शिक्षा वर्ग में शिक्षकों की भर्ती नहीं की गई है. ऐसे में स्कूल में कला शिक्षक के पद खाली हैं.
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स्कूलों में कला शिक्षा की पढ़ाई नहीं होतीः पहले कला शिक्षा के पीरियड अलग लगते थे. इसमें पेंटिंग, क्राफ्टिंग, म्यूजिक सहित विभिन्न चीजें युवाओं को सिखाई जाती थी. जिस तरह से पढ़ाई जरूरी है, उसी तरह से कला शिक्षा भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस विषय की परीक्षा अलग से होनी चाहिए. कला शिक्षा से छात्र का निर्माण होता है. उसको सोचने समझने की शक्ति मिलती है. साथ ही छात्र तनाव से दूर रहते हैं.
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उन्होंने कहा कि सरकार को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है. क्योंकि पढ़ाई के दबाव में आजकल युवाओं में तनाव की परेशानी होने लगी है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने कला शिक्षक की भर्ती नहीं निकाली, तो आने वाले समय में सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करेंगे. हाथों में ढोलक व हारमोनियम लेकर बड़ी संख्या में युवा शहर की सड़कों पर घूमते भजन करते हुए नजर आए. इस दौरान युवाओं ने भगवान गणेश, हनुमान जी की आरती करते हुए भजन कीर्तन किया.