बहरोड़ (अलवर). राजस्थान पुलिस को मंगलवार को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. बहरोड़ थाना पुलिस ने हार्डकोर इनामी बदमाश विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन को तेलांगाना के हैदराबाद से गिरफ्तार किया है. यह बदमाश राजस्थान के टॉप 10 बदमाशों में वांटेड था. आरोपी के खिलाफ 22 मुकदमें दर्ज हैं. पुलिस ने बदमाश लादेन के कब्जे से 2 देसी कट्टे, पिस्टल और कारतूस बरामद किए हैं.
जयपुर रेंज के महानिरीक्षक एस. सेंगाथिर ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर और हार्डकोर अपराधी विक्रम उर्फ लादेन बहरोड़ से विधायक प्रत्याशी जसराम हत्याकांड और गोकुलपुर डेयरी में ताबड़तोड़ फायरिंग कर आगजनी कराने का मुख्य आरोपी था. उन्होंने बताया कि इन दोनों घटना के बाद बहरोड़ और आसपास के इलाकों में भय व्याप्त था. इस संबंध में एक विशेष टीम का गठन किया गया. गोपनीय सूचना के बाद थानाधिकारी जितेन्द्र सिंह सोलंकी और स्पेशल टीम ने लादेन को हैदराबाद (तेलंगाना) से गिरफ्तार किया.
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25 हजार के इनामी विक्रम पर 22 मुकदमे दर्ज
अलवर जिले के बहरोड़ के पहाड़ी निवासी विक्रम उर्फ लादेन के खिलाफ 22 मुकदमे दर्ज है. जिसमें लूट, हत्या, चौथ वसूली, अपहरण और पुलिस के साथ मारपीट के गंभीर प्रकरण दर्ज हैं. लादेन पर राजस्थान पुलिस की ओर से 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया हुआ था.
जसराम हत्याकांड का था आरोपी
जयपुर रेंज के महानिरीक्षक एस. सेंगाथिर ने बताया कि बहरोड़ में विधायक चुनाव में प्रत्याशी जसराम हत्याकांड का अभियुक्त हिस्ट्रीशीटर और हार्डकोर अपराधी विक्रम उर्फ लादेन आरोपी था. उन्होंने बताया कि जैनपुरबास में 29 जुलाई 2019 को दिनदहाड़े योजनाबद्ध तरीके से ताबड़तोड़ फायरिंग कर बहरोड़ विधायक चुनाव प्रत्याशी जसराम गुर्जर की हत्या कर दी थी, जिसमें पूर्ण योजना बनाकर हथियार उपलब्ध करवाने का काम विक्रम उर्फ लादेन ने किया था.
गोकुलपुर डेयरी मामला का था मुख्य आरोपी
सेंगाथिर ने बताया कि बहरोड़ इलाके की गोकुलपुर डेयरी में 26 सितंबर 2019 और 29 नवंबर 2019 को फायरिंग कर आगजनी कराने का मुख्य आरोपी था. आरोपी लादेन घटना के बाद हैदराबाद भाग गया था और तब से ही फरार चल रहा था. उन्होंने बताया कि गोकुलपुर डेयरी फायरिंग की घटना के बाद बहरोड़ और आसपास के ईलाके में आमजन में भय व्याप्त हुआ और विक्रम उर्फ लादेन की ओर से संभ्रांत लोगों को फिरौती मांगने के लिए डर और भय व्याप्त किया गया.
इस तरह देता था वारदात को अंजाम
हिस्ट्रीशीटर विक्रम उर्फ लादेन बहरोड़ और आसपास के क्षेत्र के पैसे वाले लोगों की पहचान कर उनको मोबाईल फोन से व्हाटसअप कॉलिंग कर फिरौती मांगता था और धमकी देने के बाद मोबाईल फोन और नंबर को बदलता रहता था. जिस कारण लादेन को पुलिस पकड़ नहीं सकती थी. शातिर लादेन अपनी पहचान छुपाने के लिए ट्रेन और निजी साधनों से आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में छुपकर फरारी काटता था. लादेन मोबाईल फोन का कम उपयोग करता था. वह मोबाईल से अपने परिचित लोगों से बात कर फोन नंबर बदलता रहता था. हथियारों की खरीद-फरोख्त के लिए और अन्य राज्यों के बदमाशों से संपर्क कर हथियार उपयोग में लेता था.
सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को उकसाता
सोशल मीडिया फेसबुक, यूट्यूब, व्हाट्सअप आदि के माध्यम से पढ़ने वाले नाबालिग बच्चों को अपराध की दुनिया में लाने के लिए उकसा कर सोशल मीडिया के माध्यम से हथियार दिखाकर उनमें भय लाता था. हाल ही में पुलिस का शिकंजा बढ़ने और लगातार दबिश के कारण लादेन राजस्थान और हरियाणा राज्यों के क्षेत्र को छोड़ कर अपने परिचित के जरिए हैदराबाद छुप कर रहने लगा. विक्रम उर्फ लादेन फेसबुक पर हथियारों के साथ अपने आकर्षक हीरो की छवि वाले फोटो डालता रहता है, जिससे प्रभावित होकर युवा उसे फेसबुक फ्रेंड बनाकर उससे मिलते थे.
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लादेन अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए उन लड़कों से हप्ता वसूली कराने के व्यापारियों और विभिन्न प्रतिष्ठानों के लोगो में भय पैदा करने के लिए उन्हें हथियार देकर फायरिंग, तोड़फोड़, आगजनी की घटनाएं करवाता था. नवयुवक जब तक लादेन की इस चाल को समझ पाते उससे पूर्व नवयुवक अपराधिक प्रकरण में फंस जाते और विक्रम उर्फ लादेन उनको छोड़कर अन्य नए लडकों को संपर्क में लेकर पुनः इसी प्रकार की वारदात करवाता रहता था.
टीम के प्रयास
शातिर लादेन को पकड़ने के लिए टीमों की ओर से विभिन्न स्थानों बहरोड़, पहाड़ी, मोहम्म्दपुर, कांकरा, जैनपुरबास, बानसूर, हरसौरा जिला भिवाड़ी और जयपुर के इलाका थाना कोटपुतली, पावटा, शाहपुरा, जयपुर शहर, बगरू, दूदू, अजमेर और पड़ोसी राज्य हरियाणा के नागंल चौधरी, नारनोल, महेन्द्रगढ़, गुडगांवा, दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश और तेलगांना राज्यों मे मुखबिर सूचना और साईबर सेल की तकनीकी सहायता के आधार पर लगातार दबिश दी गई.
दबिश के दौरान अलवर और जयपुर ग्रामीण के कई इनामी वांछित बदमाशों को भी टीमों ने समय-समय पर पकड़ा. लगातार दबिश का यह असर हुआ कि कई वांछित बदमाश इलाका छोड़ कर भाग गए और लादेन की तलाश से जुड़े करीब 25 बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार किया.