अलवर. शहर के विजय मंदिर रोड स्थित जेल चौराहे पर प्रचंड महादेव मंदिर में महंत राम ताई नाथ महाराज के देहांत के बाद अब यहां वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गई है. जिसमें रामताईं नाथ के निधन के बाद उनके छोटे भाई की ओर से गद्दी पर जबरन अधिकार किया जा रहा था. जिसको लेकर रामताई नाथ के चेले राजकुमार शर्मा सहित नाथ संप्रदाय के लोगों ने इसका विरोध किया है.
जहां हंगामा होने पर कोतवाली थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया. इस दौरान पुलिस ने रामताई नाथ के क्रिया कर्म विधि के संपन्न होने के बाद ही प्रशासनिक स्तर पर पुजारी का चयन करने की बात कही. रामताई नाथ के शिष्य राजकुमार शर्मा ने बताया कि प्रचंड महादेव मंदिर के महंत रामताई नाथ महाराज का 2 दिन पहले निधन हो गया और उनके दो शिष्य थे.
जहां, दोनों ही संत हैं जो कि महाराज कि 35 साल से सेवा कर रहे हैं. उनका कहना है कि आसपास के लोग और वे चाहते हैं कि यहां नाथ संप्रदाय के महंत ही इस गद्दी पर बैठे. जिसमें रामताई नाथ महाराज के छोटे भाई इस गद्दी पर जबरन कब्जा करना चाहते हैं और उन्होंने वसीयत के भी दस्तावेज बनवा लिए हैं. जबकि पिछले लंबे समय से उन्होंने रमताई नाथ महाराज की कोई सुध नहीं ली.
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जिसके बाद अब गद्दी की लालच में यहां हक जमाने पहुंच गए हैं. वहीं, कोतवाली थाने के सहायक उपनिरीक्षक भोलाराम ने कहा कि जेल चौराहे पर नाथ संप्रदाय की गद्दी को लेकर लड़ाई की सूचना मिली थी. जिस पर मौके पर पहुंचकर आपस में समझाइश करा दी गई है. जहां नियमों के अनुसार ही रामताई नाथ के बाद सही व्यक्ति को ही गद्दी सौंपी जाएगी.